
चीनी वैज्ञानिकों ने दावा किया है कि उन्होंने क्लोनिंग के जरिए तीन सुपर गाय बनाई हैं। ये गायें अपने पूरे जीवन में 100 टन यानी 2 लाख 83 हजार लीटर दूध दे सकती हैं। तीनों गायों की ब्रीडिंग नॉर्थवेस्ट यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिकों ने की है। इन बछड़ों का जन्म पिछले दो महीनों में निंग्ज़िया इलाके में हुआ है. ये सभी नीदरलैंड से आ रही होल्स्टीन फ्रीजियन गाय के क्लोन हैं।
क्लोनिंग एक जीव को एक जीव से दूसरे जीव में अलैंगिक रूप से बनाने की प्रक्रिया है। आसान भाषा में कहें तो वैज्ञानिक किसी जानवर का डीएनए लेते हैं और उसकी मदद से जानवर का पैटर्न तैयार करते हैं। वैज्ञानिक अपनी सुविधा के अनुसार अपने जीन में परिवर्तन करते हैं, ताकि सामान्य जानवरों से अधिक शक्तिशाली जानवर बनाया जा सके। चीन में साल 2017 में भी क्लोनिंग के जरिए गायों का जन्म हो चुका है। प्रोजेक्ट लीड जिन यापिंग ने बताया कि सबसे पहले अच्छी नस्ल की गायों के ईयर सेल (कोशिकाएं) निकाले गए। फिर इनसे भ्रूण तैयार कर 120 गायों में प्रत्यारोपित किया गया। इनमें से 42 प्रतिशत गायें गर्भवती हुईं। फिलहाल तीन सुपर गायें पैदा हुई हैं, जबकि अगले कुछ दिनों में 17.5 फीसदी बछड़े पैदा हो सकते हैं।
चीनी वैज्ञानिकों के अनुसार एक सुपर गाय एक साल में 18 टन (16.3 हजार लीटर) दूध देने में सक्षम होती है। यह अमेरिका की सामान्य गाय से 1.7 गुना ज्यादा है। यापिंग का कहना है कि अगले 2-3 साल में चीन में एक हजार सुपर गायों का उत्पादन होगा. इसका सबसे ज्यादा फायदा डेयरी उद्योग को मिलेगा। वर्तमान समय में चीन की प्रत्येक 10,000 गायों में से केवल 5 ही अपने जीवनकाल में 100 टन दूध देने में सक्षम हैं। इसके अलावा देश में 70 प्रतिशत डेयरी गायों का आयात किया जाता है। यह पहली बार नहीं है जब चीन ने किसी जानवर का क्लोन बनाया है। पिछले साल चीनी वैज्ञानिकों ने दुनिया का पहला क्लोन आर्कटिक भेड़िया बनाया था। 2017 में, चीन ने मवेशियों का क्लोन बनाया जो जानवरों में तपेदिक को हरा सकता था। अमेरिका समेत कई विकसित देशों में भी इस तकनीक पर काम हो रहा है।
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