Business Idea : पोस्ट ऑफिस फ्रेंचाइजी सिर्फ 5000 रुपए में, मिलेगा 10% तक कमीशन

डाकघर को देश की धमनी कहा जाता है। देश भर में 3 लाख से अधिक डाकघर हैं। आपको बता दें कि ये डाकघर न केवल पत्र या पार्सल पहुंचाते हैं, बल्कि बचत योजनाओं और बीमा जैसी वित्तीय सेवाएं भी प्रदान करते हैं।

डाकघर आपको सिर्फ ब्याज से पैसा कमाने का मौका नहीं दे रहा है, अब आप डाकघर की फ्रेंचाइजी भी ले सकते हैं। इस फ्रेंचाइजी को अपने क्षेत्र में लेकर आप आम लोगों को सेवाएं दे सकते हैं और खुद अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं। इस लेख में हम आपको बताएंगे कि आप इससे कैसे लाभ उठा सकते हैं।

पोस्ट ऑफिस फ्रेंचाइजी सिर्फ 5000 रुपए में मिलेगा 10% तक कमीशन

भारतीय डाक विभाग की फ्रेंचाइजी लेकर आप डाक टिकट, स्पीड पोस्ट, रजिस्ट्री, मनीआर्डर आदि सेवाएं प्रदान कर कमाई कर सकते हैं। इस योजना के तहत कोई भी भारतीय नागरिक डाकघर की फ्रेंचाइजी ले सकता है।


भारतीय डाक विभागग ने फ्रेंचाइजी मॉडल के तहत डाकघर उपलब्ध कराना शुरू कर दिया है। एक बार पोस्ट ऑफिस की फ्रेंचाइजी मिल जाए। 6 महीने बाद इसे आगे बढ़ाने के लिए समीक्षा की जाएगी। भारतीय डाक विभाग के अनुसार यदि आपका काम अच्छा रहा तो उसे आगे बढ़ाया जाएगा।

ऐसे करें अप्लाई


डाकघर फ्रेंचाइजी लेने के लिए आपकी आयु कम से कम 18 वर्ष होनी चाहिए। इसके अलावा आपके पास 8वीं पास की मार्कशीट होनी चाहिए। इस योजना की खास बात यह है कि इसमें कोई ऊपरी आयु सीमा नहीं है यानी आप सेवानिवृत्ति के बाद भी इसकी फ्रेंचाइजी ले सकते हैं।

अगर आप इसके लिए आवेदन करना चाहते हैं तो आपको भारतीय डाक विभाग में सुरक्षा के तौर पर 5000 रुपये जमा करने होंगे और आपके पास 200 वर्ग फुट का कार्यालय भी होना चाहिए। इसके बाद आपको फ्रेंचाइजी मॉडल पर पोस्ट ऑफिस मिलेगा।

कमीशन कितना होगा?

भारतीय डाक विभाग की वेबसाइट के मुताबिक रजिस्ट्रेशन पर 3 रुपये, स्पीड पोस्ट पर 5 रुपये, टिकट बेचने पर 5 फीसदी कमीशन, स्पीड पोस्ट पार्सल पर 7 से 10 फीसदी कमीशन मिलेगा। आयोग के बारे में अधिक जानकारी के लिए आप आधिकारिक वेबसाइट पर भी जा सकते हैं।


यहां डाकघर खोला जा सकता है

डाकघर केवल उन्हीं स्थानों पर खोला जा सकता है जहां वर्तमान में कोई डाकघर नहीं है। जहां आप रहते हैं और उस क्षेत्र में कोई डाकघर नहीं है, वहां आप फ्रेंचाइजी मॉडल पर डाकघर खोल सकते हैं। इसका लाभ दूरदराज के क्षेत्रों में रहने वाले बेरोजगार युवाओं को भी मिल सकता है।

कितनी फ्रेंचाइजी हैं?

भारतीय डाक विभाग की वेबसाइट के मुताबिक विभाग की ओर से दो तरह की फ्रेंचाइजी ऑफर की जा रही हैं। पहला विकल्प फ्रेंचाइजी आउटलेट शुरू करना है और दूसरा डाक एजेंट बनना है। जिन स्थानों पर डाक सेवाओं की मांग है, लेकिन वहां डाकघर खोलना संभव नहीं है, वहां फ्रेंचाइजी के माध्यम से आउटलेट खोले जा सकते हैं। वहीं, डाक एजेंट ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों में टिकट और स्टेशनरी बेच सकते हैं।

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