


भोपाल, 8 मार्च (हि.स.)। कोरोना काल में टीकाकरण में जहां अधिकांश वर्ग महामारी से जान बचाने का रास्ता देख रहा था, वहीं स्वास्थ्य विभाग लोगों को बचाने में दिन-रात जुटा था। सबसे अहम भूमिका उन स्वास्थ्यकर्मियों की थी, जो संक्रमण का खतरा होने के बावजूद टीकाकरण में जुटी थीं। मध्य प्रदेश के शिवपुरी और छतरपुर की ऐसी ही दो एएनएम को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर दिल्ली में केन्द्र सरकार ने सम्मानित किया गया।
मंगलवार को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर नई दिल्ली में आयोजित सम्मान समारोह में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ मनसुख मांडविया ने कोरोना काल में बेहतरीन कार्य करने वाली देश भर की 72 महिलाओं को सम्मानित किया। इनमें छतरपुर के जिला अस्पताल में पदस्थ एएनएम माया अहिरवार और शिवपुरी की एएनएम अल्का श्रीवास्तव भी शामिल है। उन्हें कोविड-19 वैक्सीनेशन में उत्कृष्ट कार्य करने के लिए सम्मानित किया गया।
उल्लेखनीय है कि 16 जनवरी 2021 को छतरपुर में कोविड-19 का पहला टीका लगाने वाली एएनएम माया अहिरवार ने एक लाख 1136 टीके लगाए हैं। वर्ष 2005 से माया अहिरवार छतरपुर जिला अस्पताल में एएनएम के पद पर पदस्थ हैं। बिना अवकाश लिए कोविड वैक्सीनेशन के प्रति उनके समर्पण भाव को देखते हुए मप्र सरकार उन्हें सम्मानित कर चुकी हैं।
इस संबंध में एएनएम माया अहिरवार ने बताया कि इस कार्य में उन्हें हर कदम पर परिवार का पूरा साथ मिला। चुनौतीपूर्ण समय में मानव जीवन की सुरक्षा के लिए मैंने जिम्मेदारी निभाई है। मुझे गर्व है कि मैंने अपने शहर, प्रदेश और अपने देश के लोगों के लिए सार्थक प्रयास किया है।
वहीं, शिवपुरी जिला अस्पताल में टीकाकरण सेन्टर में पदस्थ नर्स अलका श्रीवास्तव ने भी बिना कोई अवकाश लिए टीकाकरण कार्य में योगदान दिया। उन्होंने टीकाकरण के 856 सेशन करते हुए शहरभर के 1 लाख 10 हजार 415 लोगों को कोविड का टीका लगाया। वह मप्र में सर्वाधिक टीकाकरण करने के मामले में दूसरे नंबर पर रही हैं। उन्होंने एक ही दिन में 1300 लोगों को टीका लगाकर रिकॉर्ड वैक्सीनेशन किया था। इसी के चलते अब उन्हें कोरोना योद्धा के रूप में दिल्ली में सम्मानित किया गया। सेवा और समर्पण के साथ टीकाकरण के चलते उन्हें राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद भी करीब तीन वर्ष पूर्व उन्हें राष्ट्रपति भवन में सम्मान प्रदान कर चुके हैं।
हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश
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