भाजपा ने निषाद जातियों को एससी आरक्षण नहीं दिया तो भाजपा से वीआईपी का गठबंधन नहीं

लखनऊ। विकासशील इंसान पार्टी(वीआईपी) निषाद बेस वोटबैंक की पार्टी है। जिसका मुख्य मकसद निषाद जातियों को दिल्ली, उड़ीसा,पश्चिम बंगाल की तरह अनुसूचित जाति का आरक्षण दिलाना है। उक्त बातें बताते हुए वीआईपी यूपी प्रमुख चौ. लौटनराम निषाद ने बताया कि हर पार्टी का कोई न कोई बेस वोटबैंक है, उसी तरह वीआईपी का आधार वोटबैंक निषाद समाज की मल्लाह, केवट, मांझी, बिन्द, कश्यप, किसान, लोधी, तुरहा, गोड़िया, धीवर, रैकवार आदि हैं।उत्तर प्रदेश के जातिगत समीकरण में इन जातियों की संख्या 16.5% से अधिक है, जिसे साजिशी तौर पर काम बताया जाता है।इसलिए वीआईपी पार्टी की मांग है कि सेन्सस-2021 में कास्ट व क्लास सेन्सस होना चाहिए ताकि सच्चाई सामने आ जाये।

निषाद ने बताया कि सपा का आधार वोटबैंक यादव,बसपा का जाटव, भाजपा व कांग्रेस का सवर्ण व बनिया माना जाता है। राजद, रालोद, अपना दल, सुभासपा, आसपा, जाप का बेस वोटबैंक क्रमशः यादव, जाट, कुर्मी, राजभर, जाटव व कुशवाहा/मौर्य है। उसी तरह वीआईपी का बेसिक वोटबैंक निषाद-बिन्द-कश्यप-लोधी-किसान आदि जातियाँ हैं।भाजपा ने वायदा पूरा नहीं किया तो 169 सीटों पर अपने चुनाव लड़ेंगे या सामाजिक न्याय की पृष्ठभूमि वाले दलों से गठबंधन कर चुनाव लड़ेंगे।मिशन-2022 में वीआईपी को किंगमेकर बनाना लक्ष्य है। सुभासपा, जाप,आसपा आदि से गठबंधन सम्भव है।

पूर्वांचल की 97 व पश्चिम, बुंदेलखंड, मध्य क्षेत्र की 72 सीटों पर निषाद वोटबैंक निर्णायक है। निषाद ने वीआईपी की अगली रणनीति के बारे में बताया कि पार्टी आगामी अक्टूबर महीने में 12-13 रैलियों का आयोजन करेगी।अक्टूबर महीने की रैलियों के आयोजन के लिए सुल्तानपुर, जौनपुर, ग़ाज़ीपुर, मिर्जापुर, फतेहपुर, गोरखपुर, कानपुर, मुजफ्फरनगर, बरेली, आज़मगढ़/अम्बेडरकरनगर, आगरा, अयोध्या, बलिया, प्रयागराज जिलों का चयन किया गया है। नवम्बर में बस्ती, कुशीनगर, सीतापुर, इटावा/मैनपुरी, हमीरपुर, सन्तकबीरनगर/सिद्धार्थनगर, चन्दौली, सहारनपुर, बदायूँ, महराजगंज, लखनऊ में वीआईपी रैलियों का आयोजन करेगी। 3 अक्टूबर को सुल्तानपुर व 4 अक्टूबर को आगरा में रैली का आयोजन किया गया है।

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