समानता व बंधुता के भाव से ही भारत विश्व गुरु बन सकता है : लक्ष्य

लखनऊ। लक्ष्य कमांडर मीना सुमन ने " घर घर बहुजन  जागरूकता" अभियान के तहत एक भीम चर्चा का आयोजन लखनऊ के जानकीपुरम में स्थित अपने निवास स्थान पर किया | जिसमें समाज में व्याप्त सामाजिक कुरूतियों तथा उनके निवारण पर विस्तार से चर्चा की गई। 

समानता व बंधुता के भाव से ही भारत विश्व गुरु बन सकता है अर्थात् जिस देश के हुक्मरानो में अपने नागरिकों के प्रति समानता व बंधुता का भाव होता है वह देश ही विश्व गुरु बन सकता है, इन दो शब्दों में ही समाज व देश की मजबूती व कमजोरी छुपी है अगर इन दो शब्दों का समावेश है तो वह समाज व देश मजबूत होगा अर्थात् देश विश्व गुरु होगा और अगर इन शब्दों का आभाव होगा तो वह  समाज व देश कमजोर ही बना रहेगा। 

ऐसी व्यवस्था में शोषण व अत्याचार  का बोल बाला बना रहता है अगर वास्तव में भारत को विश्व गुरु बनाना है तो इन दो शब्दों पर देश के हुक्मरानो को ईमानदारी से कार्य करना होगा और इन शब्दों की अहमियत के कारण ही बाबा साहब डॉ भीमराव आंबेडकर जी ने इन दोनों शब्दों को संविधान की प्रस्तावना में मुख्य रूप से रखा है। यह बात लक्ष्य कमांडर रेखा आर्या ने भीम चर्चा के दौरान कही। 

उन्होंने बहुजन समाज के लोगों से आवाह्न करते हुए कहा कि आओ मिलकर समाज में समानता व बंधुता के भाव को मजबूत करें। इस भीमचर्चा में लक्ष्य कमांडर रेखा आर्या, रश्मि गौतम, देवकी बौद्ध, मीना सुमन व एम सी  सुमन ने हिस्सा लिया। 

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