11 माह बाद खुले विद्यालय, थर्मल स्‍क्रीनिंग के बाद म‍िला प्रवेश

सजारुल हुसैन

मुरादाबाद।  ज‍िले में छठवीं से आठवीं तक के स्‍कूल बुधवार से खुल गए। वहीं दूसरी ओर मुरादाबाद प्राइवेट स्कूल अध्यापकों ने बताया कि नए आदेश के तहत अब नवीं से 12वीं तक के बच्चों को भी स्कूल आना अनिवार्य है।

ज‍िले में छठी से आठवीं तक के स्‍कूल बुधवार से खुल गए। पब्लिक स्कूलों के साथ बेसिक और माध्यमिक दोनों विद्यालय तय समय पर खुल गए। बच्‍चों के हाथों को सैन‍िटाइज कराया गया, इसके बाद थर्मल स्‍क्रीनिंग भी कराई गई। बच्‍चों के पहुंचने से स्‍कूलों में रौनक रही, हालांक‍ि कई स्‍कूलों में बच्‍चों की उपस्थित‍ि कम रही। ऐसे में श‍िक्षक बच्‍चों का इंतजार करते रहे।

स्‍कूलों में सभी कक्षाएं सप्ताह में केवल दो-दो दिन ही चलेंगी। बुधवार को आठवीं की कक्षाओं की शुरुआत कर दी गई। सोमवार, गुरुवार को छठी, मंगलवार, शुक्रवार को सातवीं और बुधवार व शनिवार आठवीं तक की कक्षाएं चलेंगी। वहीं दूसरी ओर सुबह से ही स्‍कूलों में चहल-पहल द‍िखाई दी। श‍िक्षक समय से स्‍कूल पहुंच गए थे, वहीं दूसरी ओर कई महीनों बाद बच्‍चे भी स्‍कूल पहुंचने पर उत्‍साह‍ित नजर आ रहे थे। हालांक‍ि कुछ स्‍कूलों में बच्‍चों की उपस्थित‍ि कम रही।

स्कूलों में सैनिटाइजर और थर्मल स्क्रीनिंग के साथ हुआ बच्चों का स्वागत

कोरोना काल में 23 मार्च से बंद हुए स्कूल फिर से गुलजार दिखाई दिए। हालांकि स्कूल पहले से खुल गए थे, पर गिने-चुने विद्यार्थियों के आने के कारण वहां आनलाइन क्लासेज पर ही अधिक जोर था। सरकार के नवीं से 12वीं तक के कक्षाएं पूरी क्षमता के साथ चलाने के आदेश के बाद विद्यालय ऐसे ही खुले, जैसे सत्र की शुरुआत में खुलते हैं। इस दौरान कोविड से बचाव के इंतजाम के बीच बच्चे स्कूल पहुंचे। अन्य दिनों की तुलना में बच्चों की संख्या कुछ अधिक रही। इसके चलते विद्यालयों में रौनक दिखाई दी। कोरोना के चलते सब कुछ थम गया। स्कूल भी पूरी तरह से बंद हो गए थे। बच्चे पूरी तरह से आनलाइन पढ़ाई पर निर्भर हो गए थे। 

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