गुटखा और सिगरेट के सेवन से होते है 40 तरह के कैंसर, कोरोना का भी खतरा

नई दिल्ली। आज हमारा समाज पढ़ा लिखा होने के बाद भी युवा पीढ़ी नशे पर डुबता जा रहा है। जो भिन्न-भिन्न बीमारियों का शिकार हो रहा है। 

डब्ल्यूएचओ के अनुसार एक सिगरेट पीते हैं या एक पाउच गुटखा चबाते हैं तो समझ लीजिए आपकी जिंदगी के करीब 11 मिनट कम हो गए जो कैंसर और हार्ट संबंधी बीमारियों की वजह तलाशने में जुटे हैं।

धूम्रपान या अन्य किसी भी रूप में तंबाकू का सेवन करने वालों को 40 तरह के कैंसर और 25 अन्य गंभीर बीमारियां होने की संभावना रहती है। इनमें हृदय रोग प्रमुख है। तंबाकू का 70 फीसदी अंश खून के साथ नसों में दौड़ता है, जो मौत का बड़ा कारण बनता है। 

तंबाकू से मुंह और गले के कैंसर की चपेट में आने वाले सबसे अधिक युवा है, जिन्हें जागरूक करने के लिए इस वर्ष  प्रोटैक्टिंग यूथ फ्रॉम इंडस्ट्री मैनुपुलेशन एंड प्रीवेंटिंग फ्रॉम टोबैको एंड निकोटीन यूज स्लोगन से विशेष थीम जारी की गई है।

एक रिपोर्ट के अनुसार दुनियाभर में 30 से 40 फीसदी कोविड-19 संक्रमित तंबाकू सेवन करने वाले पाए गए हैं। यूरोप और अमेरिका से ऐसे लोगों की संख्या सर्वाधिक है। कोरोना से सबसे अधिक सांस रोगियों और रोग प्रतिरोधक क्षमता कम वाले मरीजों की मौत हुई है। पूरी दुनिया में कैंसर रोगी भी अधिक चपेट में आए हैं।

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