लव मैरिज के लिए ये जगहें हैं परफेस्ट...

हमारे देश में किसी से प्यार करना तो आसान है लेकिन उसी से शादी करना बहुत मुश्किल। और अगर आपकी शादी उससे हो जाती है जिससे आप प्यार करते हैं तो बहुत ही अच्छी बात है। लेकिन ऐसा बहुत ही कम देखने को मिलता है। इसका कारण है जाति, धर्म और रीति-रिवाज। ये भारत में बहुत मायने रखते हैं। लेकिन आज की युवा पीढ़ी अब इन धार्मिक रीति-रिवाजों को कहां मानने वाली है।
वैसे प्रेमी जोड़े, जो धार्मिक रीति-रिवाज और सामाजिक बंधनों के बजाय कानूनी रूप से शादी करना चाहते है उन लोगों के लिए दुनिया में सबसे माकूल ठिकाना है- साइप्रस (Cyprus). साइप्रस उन प्रेमी जोड़ों के लिए कानूनी रूप से शादी करने के लिए एकदम माकूल जगह बन गया है। यूनानी मान्यताओं के मुताबिक, ऐसा माना जाता है कि साइप्रस के समुद्री इलाके पापहोस में ‘प्यार की देवी’ का जन्म हुआ था। शायद इसलिए यहां प्यार करने वालों के लिए कोई बंधन नहीं है। यहां दुनिया का कोई भी व्यक्ति जाकर कानूनी तौर पर शादी रचा सकता है। आज यह स्थान शादी का लोकप्रिय केंद्र बन गया है। हर साल मध्य-पूर्व देशों से एक नहीं, दो नहीं, बल्कि लगभग 3000 हज़ार जोड़े शादी करने के लिए साइप्रस पहुंचते हैं। तस्वीर में दिखने वाला यह प्रेमी जोड़ा राचेल और अब्दुल कादेर हैं। ये दोनों लेबनानी हैं, लेकिन शादी करने के लिए साइप्रस आए हैं।
दोनों सादगी के साथ वैवाहिक बंधन में बंध रहे हैं और अपनी मातृभाषा अरबी के बदले अंग्रेजी में शादी के रस्मों को निभा रहे हैं। अब आप सोच रहे होंगे कि क्या इनके देश में ये शादी मान्य होगी ? तो हां,गौरतलब है कि यहां ज़्यादातर शादी रचाने वाले लेबनानी और इसरायली होते हैं और खास बात तो ये है कि इन देशों में साइप्रस के कानूनी शादी की खूब मान्यता है। साइप्रस के सिविल मैरिज ऑफ़िसर माइकलेकिस मलास के मुताबिक, ‘हमारे यहां सिविल मैरिज की इजाज़त है। ऐसे में यूरोप के जिन लोगों को ऐसी जगह की तलाश है, उनमें सबसे पहले हमारा देश है। यहां शादी कराने में 10 से 15 मिनट का वक्त ही लगता है.’ आज भी दुनिया के बहुत सार देशों में इस्लामिक कानून है। कुछ देशों में पारंपरिक सामुदायिक रीति-रिवाज। इसलिए शादी के लिए सबसे अनुकूल जगह साइप्रस इन दिनों ‘आइलैंड ऑफ़ लव’ के तौर पर मशहूर हो रहा है।

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