दुनिया में कोई भी चीज बेकार नहीं होती, वह किसी न किसी के लिए उपयोगी साबित हो सकती है। हम जब भी नाई की दुकान में जाते हैं तो कटिंग बनवाने के बाद नाई को पैसे देकर चले आते हैं। नाई भी इन कटे बालों को एकत्रित कर कचरे में फेंक देता है। लेकिन हमारे देश में ही कई जगहों पर इन बालों को विदेशों में काफी अच्छे दामों पर बेचा जाता है।
# दक्षिण भारत की महिलाएं अपने सिर पर शैंपू कम लगाती हैं, जिसके कारण उनके बाल कम खराब होते हैं। इसी वजह के कारण इन बालों की मांग काफी अच्छी होती है। इसके अलावा यहां की महिलाएं अपने बालों के लिए नारियल का तेल का इस्तेमाल करती हैं। ब्रिटेन के पार्लरों में इन महिलाओं के बालों की सबसे ज्यादा डिमांड है।
# इंटरनेशनल मार्केट में इन बालों की कीमत काफी ज्यादा होती है क्योंकि ये बाल अच्छी किस्म के होते हैं। बचपन से बढ़ाए गए बालों में केराटीन की मात्रा अधिक होती है। इस प्रोटीन की वजह से बाल स्वस्थ रहते हैं। ऐसे में ये बाल काफी अच्छे होते हैं।
# बालों की लंबाई के आधार पर 200 से 1,000 डॉलर प्रति किलो बाल बिकते हैं। इन आंकड़ों से साफ है कि आपके बाल बेकार नहीं है। अगली बार जब आप सैलून में बाल कटाने जाएंगे तो आपको इसकी कीमत का एहसास जरूर होगा।
# तिरुमावा मंदिर से हर साल 22 मिलियन डॉलर की कमाई इन कटे बालों से होती है। इन पैसों से कई स्कूल और अस्पताल बनाए जाते है। और यादगिरीगट्टा मंदिर में भी कई महिलाएं बाल उतरवाती है और भगवान विष्णु को अपने बाल अर्पित करती है।
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