सऊदी के सबसे अमीर शेख हैं अल-वलीद बिन तलाल, जिनका साम्राज्य आज 1.22 लाख करोड़ रुपए से भी ज़्यादा है। अल वलीद का जन्म 7 मार्च 1955 को सऊदी अरब के राजपरिवार में हुआ था। उनके बारे में कहा जाता है कि वो अक्सर घर से भाग जाया करते थे और खुली कार में सोकर रात गुजारा करते थे।
फ़ोर्ब्स के अनुसार अल वलीद ने 1979 में अपना बिजनेस शुरू किया। शुरुआती दौर में अल वलीद ने अपने पिता से 30,000 डॉलर लोन लिया और अपने घर को गिरवी रखकर 400,000 डॉलर जुटाए। इसके अलावा उन्हें अपने दादाजी से हर महीने 15000 डॉलर भी मिला करते थे। धीरे-धीरे उनका बिजनेस बढ़ता गया और 2016 में उनकी नेटवर्थ 17.3 बिलियन डॉलर हो गयी और इस तरह अल वलीद सऊदी के सबसे अमीर शेख बन गए जो अपनी लक्ज़री लाइफस्टाइल के लिए भी जाने जाते हैं।
इनकी कंपनी का नाम किंगडम होल्डिंग है जो ऊँची-ऊँची इमारतें बनाने के लिए जानी जाती है।
अगर किसी के पास एक लक्ज़री कार हो तो उसे रईस माना जाता है लेकिन अल वलीद के पास 300 लक्ज़री कारें हैं। इनकी एक मर्सडीज की कीमत 32 करोड़ रुपये हैं क्योंकि उसमें बेशकीमती हीरे जड़े हुए हैं।
इतना ही नहीं, अल वलीद के पास दुनिया का सबसे महंगा प्लेन हैं, सोने से जड़े हुए इस प्लेन को उड़ता महल कहा जाता है। इसके अलावा अल वलीद के पास बोइंग 747 और एयरबस 321 एयरक्राफ्ट भी हैं।
अल वलीद के पास तीन बड़े और आलीशान महल हैं। उनके पास दुनिया की 65वी सबसे लम्बी प्राइवेट क्रूज भी है जिसे उन्होंने अमेरिका के वर्तमान राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प से ख़रीदा है।
इनके शौक और इनकी लाइफस्टाइल के अलावा लाखों करोड़ों रुपये का बिज़नेस एम्पायर इनकी शख्सियत को और भी ऊँचे मुकाम पर पहुंचाता है। फोर्ब्स ने अल वलीद को अरब देशों का ‘वॉरेन बफेट’ भी कहा है।
इतना ही नहीं, अल वलीद एक दानी के रूप में भी जाने जाते हैं जिन्होंने भारत में 2004 में आये भूकंप और सुनामी से प्रभावितों के लिए 17 मिलियन डॉलर दान किये थे और उन्होंने अमेरिका की जार्जटाउन यूनिवर्सिटी और हार्वर्ड यूनिवर्सिटी को भी 10-10 मिलियन डॉलर डोनेट किये थे। साथ ही फिलिस्तीन के विस्थापितों को 18.5 मिलियन पाउंड की सहायता भी अल वलीद ने दी थी।
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