

मन में जुनून और दिल में किसी काम को करने का जज्बा हो तो कोई भी आपको नहीं रोक सकता है। फिर चाहे आपकी उम्र 20 साल हो या 60 साल हो। लेकिन आज हम जिनकी कहानी बताएंगे वो वाकई देश के लिए मिसाल से कम नहीं है।

हम बात कर रहे हैं... रयान हिकमैन की। रयान के दिमाग में बोतलों और डिब्बों के रिसायकलिंग की बात तब आई जब वह साढ़े तीन साल का था। इस दौरान वह पहली बार कैलिफ़ोर्निया में रीप्लानेट रीसाइक्लिंग सेंटर का दौरा किया था। तब से, रयान को रिसायकलिंग का जुनून था।

रयान का कहना है कि वह ऐसा इसलिए कर रहा था ताकि जानवरों को बचाया जा सके। उसने कहा, जब बोतलें समुद्र में मिलती हैं तो इसे खाकर जानवर बीमार हो जाते हैं और उनकी मौत हो जाती है। रयान ने इसे अपने शौक के लिए शुरू किया जो अब एक बड़ा बिजनेस बन चुका है। रयान रीसाइक्लिंग कंपनी के CEO हैं। जिसमें करीब 50 से अधिक लोग हैं।
रयान ने बताया कि उनके माता-पिता इन पैसों को रयान की पढ़ाई के लिए बचाने के लिए कहा, लेकिन रयान ट्रक खरीदना चाहता है, जिसमें वह कटरा उठा सके। हालांकि रयान के माता-पिता ने उसे कभी इस काम के लिए नहीं रोका। उनका कहना है कि हमने हमेशा उसे सपोर्ट किय़ा है।
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