Indian Railway Facts : कैसे रखा जाता है ट्रेनों का नाम, हरेक नाम के पीछे होती है बेहद खास वजह

इंडियन रेलवे की तरफ से हर दिन बड़ी संख्या में ट्रेनें चलाई जाती है, जिसमें करोड़ों यात्री सफर करते हैं, लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि इन ट्रेनों का नाम किस हिसाब से रखा जाता है... आखिर किसने राजधानी, शताब्दी और दुरंतो एक्सप्रेस का नाम रखा होगा और इसके पीछे क्या कारण हो सकता है.

आइए आज हम आपको बताते हैं कि ट्रेनों का नाम कौन रखता है और किस हिसाब से इन ट्रेनों को नाम दिया जाता है.

राजधानी एक्सप्रेस (Rajdhani Express)

राजधानी एक्सप्रेस यह भारत की प्रीमियम ट्रेन है. इसे राजधानी दिल्ली के साथ-साथ काफी राजधानियों में चलाया जाता था इसलिए इसका नाम राजधानी एक्सप्रेस पड़ा है. इस ट्रेन में आपको सभी सुविधाएं मिल जाती हैं.

इसकी स्पीड 140 किमी प्रति घंटा है और भोजन के साथ ही आराम की सुविधा भी इसमें मिलती है. इसमें आपको सीसीटीवी कैमरे, बेहतर शौचालय, एलईडी लाइट की सुविधा भी उपलब्ध कराई जाती है. इस ट्रेन का किराया काफी महंगा होता है और इस ट्रेन में सफर करना हर किसी का सपना होता है, इसलिए इसका नाम राजधानी एक्सप्रेस रखा गया है.

शताब्दी एक्सप्रेस (Shatabdi Express)

शताब्दी एक्सप्रेस एक चेयर कार है, जिसे कम दूरी तय करने के लिए बनाया गया है ताकि हर छोटी जगह को आसानी से जोड़ा जा सके. इसे 1988 में भारत के पहले प्रधानमंत्री श्री जवाहर लाल नेहरू के 100वें जन्मदिन पर चलाया गया था इसलिए इसका नाम शताब्दी एक्सप्रेस पड़ा.

इसकी टॉप स्पीड 150 किमी प्रति घंटा है और यह अपने समय से पहले अपने स्थान पर पहुंच जाती है. भोजन, कॉफी, चाय, फल सभी की सुविधा कराई जाती है, इसका किराया भी महंगा होता है.

दुरंतो एक्सप्रेस (Duronto Express)

दुरंतो एक्सप्रेस एक नॉन-स्टॉप चलने वाली ट्रेन है, जो लंबे रुटों पर बिना रुके चलाती है. इसकी टॉप स्पीड 140 किलोमीटर प्रति घंटा है इसलिए इसे दुरंतो एक्सप्रेस कहा जाता है. दुरंतो का अर्थ है तेज. इसका किराया इस बात पर निर्भर करता है कि आप कितनी दूरी तय करते हैं.

लंबी दूरी की ट्रेन होने के कारण यात्रियों के खाने की व्यवस्था ट्रेन के अंदर ही होती है.

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