
मध्य प्रदेश के सिंगरौली जिले से एक वीडियो सामने आया है, जिसमें 6 साल का एक मासूम लड़का अपने बीमार पिता को लकड़ी के ठेले में धकेल कर इलाज के लिए सरकारी अस्पताल ले जाता दिख रहा है. इस घटना ने व्यवस्था पर कई सवाल खड़े कर दिए हैं। यहां तक कि अधिकारियों पर राज्य में निम्न-आय वाले परिवारों को एंबुलेंस उपलब्ध कराने में विफल रहने का आरोप लगाया गया है।
घटना का ये वीडियो 11 फरवरी को तब सामने आया जब कुछ पड़ोसियों ने बच्चे और उसकी मां को लकड़ी की गाड़ी चलाते हुए देखा, जिसपर बीमार शख्स लेटा हुआ था. तब इन्हीं लोगों ने इस घटना का वीडियो बना किया और इस वीडियो को ऑनलाइन पोस्ट कर दिया. ये घटना सिंगरौली जिले के बलियारी कस्बे की है. बताया जा रहा है कि परिवार ने एक घंटे से ज्यादा समय तक एंबुलेंस का इंतजार किया, लेकिन जब उम्मीद टूटने लगी तब लड़के ने अपने पिता को ठेले पर अस्पताल ले जाने का फैसला किया.
शायद मध्य प्रदेश की एंबुलेंस गरीबों के लिए नहीं है,
— Sadaf Afreen صدف (@s_afreen7) February 11, 2023
इसलिए मरीज़ को ठेले पर लिटाकर अस्पताल ले जाया जा रहा है!!
वीडियो मे मरीज़ की पत्नी और बेटे ठेले को धक्का लगाकर ले जा रहे है!#MadhyaPradesh #सिंगरौलीhttps://t.co/7uIlBCDFZq pic.twitter.com/VD6N5nSUow
ठेले पर पिता को ले जाने पर विवश हुआ बेटा
वायरल वीडियो में आपने देखा कि टी-शर्ट और नीली जींस पहने एक लड़का ठेले की स्पीड को कंट्रोल करता हुआ उसे अस्पताल ओर लेकर आगे बढ़ रहा है, जबकि दूसरे छोर से उसकी मां ठेले को धक्का देती नजर आ रही है. लड़के ने तीन किलोमीटर तक ठेले को इसी तरह धकेला था. सोशल मीडिया पर इस घटना का वीडियो वायरल होने के बाद सिंगरौली जिला प्रशासन ने पूरे मामले का संज्ञान लिया और जांच शुरू की.
एंबुलेंस नहीं मिली तो बच्चे ने बीमार पिता को ठेले पर पहुंचाया अस्पताल
मध्य प्रदेश में पहले भी ऐसी घटनाएं हो चुकी हैं, जिनमें लोग, बीमार लोगों या गर्भवती महिलाओं को अस्पतालों में इसी तरह से लाते देखे गए हैं. मध्य प्रदेश के कई क्षेत्रों में ऐसी घटनाएं कई बार हो चुकी हैं जिनमें ग्रामीण क्षेत्रों में ऐसी घटनाएं सबसे ज्यादा हुई है और अक्सर सुर्खियां भी बन चुकी हैं. अब सवाल ये उठता है कि सारी सुविधाएं के होने के बावजूद जरूरतमंदों तक ये समय पर क्यों नहीं पहुंचाई जाती हैं.
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