नेत्र हमारे शरीर का अमूल्य अंग, बिना नेत्र जीवन में अंधेरा : ऋतम्भरा

नेत्र हमारे शरीर का अमूल्य अंग, बिना नेत्र जीवन में अंधेरा : ऋतम्भरा


मथुरा, 26 फरवरी (हि.स.)। वात्सल्य ग्राम में आयोजित दो दिवसीय निःशुल्क मोतियाबिन्द शल्य चिकित्सा शिविर का शुभारंभ शनिवार दीदी मां साध्वी ऋतम्भरा ने किया। उन्होंने कहा कि नेत्र हमारे शरीर का अमूल्य अंग है, नेत्र बिना मानव जीवन में अंधेरा ही अंधेरा रह जाता है।

शिविर में 235 नेत्र रोगियों के सफल ऑपरेशन किए गए। साध्वी ऋतंभरा ने कहा कि हम सबल होते हुए भी असहायों का जीवन जीते हैं और दूसरों के सहारे पर निर्भर हो जाते हैं। बताया कि वात्सल्य ग्राम में मोतियाबिंद शिविर का यह निःशुल्क आयोजन वर्ष में 4 बार होता है। जिसके माध्यम से सैकड़ों असहाय गरीब व्यक्तियों को ऑपरेशन की सुविधा निःशुल्क प्रदान की जाती है। इतना ही नहीं रोगियों और उनके साथ आए तीमारदारों की भी रहने खाने की व्यवस्था निःशुल्क रहती है। शिविर में विभिन्न जिलों के 285 नेत्र रोगियों ने पंजीकरण कराया।

हिन्दुस्थान समाचार/महेश

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