हिंदू राजा गद्दारी न करते तो 1857 में भारत हो जाता आजाद : दिग्विजय सिंह

संभल। पांच दिवसीय कल्कि महोत्सव का शुभारंभ करने के बाद मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि कुछ हिंदू राजाओं ने गद्दारी नहीं की होती तो देश 1857 में ही आजाद हो गया होता। उन्होंने झांसी की रानी के साथ हुई गद्दारी का उदाहरण दिया और कहां 1857 से लेकर 1947 तक अंग्रेजों ने फूट डालो राज करो की नीति अपनाई।

उन्होंने जिन्ना और पटेल की तुलना के सवाल पर कहा कि समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव को इतिहास की जानकारी नहीं है। अगर उन्होंने इतिहास पढ़ा होता तो सरदार पटेल की तुलना जिन्ना से नहीं करते। कहा कि जिन्ना आजादी से पहले भी धर्मनिरपेक्ष नहीं थे। देश के बंटवारे के लिए जिन्ना ही जिम्मेदार थे और भारतीय जनता पार्टी इस बयान को जमकर तूल दे रही है क्योंकि भाजपा के पास हिंदुत्व के अलावा कोई और मुद्दा नहीं है।जबकि यह भी सच है कि भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व गृह मंत्री लालकृष्ण आडवाणी ने जिन्ना की मजार पर पाकिस्तान यात्रा के दौरान फूल चढ़ाए थे। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कांग्रेसी में ऐसा नहीं है और ना ही उसकी करनी और कथनी में कोई अंतर है। कांग्रेस अपने सिद्धांतों से कभी समझौता नहीं करती।

उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री मायावती के कांग्रेस को चुनावों में आती है दलितों की याद के सवाल पर कहा कि ऐसा नहीं है, कांग्रेस ही सच्ची दलितों की हितेषी है। हाल की घटनाएं देख ले देश में या उत्तर प्रदेश में। कहीं पर भी दलितों के साथ कोई घटना हुई है तो राहुल गांधी और प्रियंका गांधी ही उनके घर पहुंचे हैं ना कि मायावती। वह तो अपने घर से निकली ही नहीं। कहा पूर्व मुख्यमंत्री मायावती को याद रखना चाहिए कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने दलितों के लिए संघर्ष किया। आज कांग्रेस भी उन्हीं की नीतियों पर चलती है। मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने मोदी सरकार की विदेश नीति की भी आलोचना की।बोले- रक्षा मंत्री व सेना प्रमुख चीन की गतिविधि को लेकर सशंकित हैं तो प्रधानमंत्री की चुप क्यों है। कहा मनमोहन सिंह प्रधानमंत्री थे तो उनसे आंखें लाल कर चीन से बात करने की नसीहत दी जाती थी जबकि आज देश की सीमा में चीन कब्जा कर रहा है। 

Post a Comment

0 Comments