पश्चिमी उत्तर प्रदेश में पसमांदा मुस्लिम समाज का एक दिवसीय कार्यकर्ता सम्मेलन आयोजित

मुरादाबाद। जनपद मुरादाबाद में डिलारी दौराहा सनराइज गार्डेन में एक दिवसीय पसमांदा मुस्लिम समाज का कार्यक्रम आयोजित किया गया।

कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष पूर्व राज्य मंत्री उत्तर प्रदेश सरकार अनीस मंसूरी ने शिरकत की।कार्यक्रम संयोजक शकील मंसूरी की अध्यक्षता में सम्मेलन आयोजित किया गया। मुख्य अतिथि अनीस मंसूरी ने सभा को सम्बोधित करते हुए कहा कि आज़ादी के बाद से अब तक राजनीतिक  दलों में बैठे बडे  मुस्लिम नेता हमारे वोटों से राजनैतिक पार्टियों की सरकारें बनाते रहे।इन नेताओं ने सिर्फ अपने परिवार एंव खानदान के लोगों को ही आगे बढाया, और पसमांदा मुसलमानों के हितों को नज़र अंदाज़ करते रहे। इसका परिणाम यह हुआ कि हमारी स्थिति दलितों से भी बदतर हो गई।

केन्द्र और राज्य सरकारों की उपेक्षा के चलते पसमांदा मुसलमानों की ज़ातियों के पुश्तैनी कारोबार समाप्त हो गए हैं,जिससे उनके आगे रोटी-रोज़ी कि संकट पैदा हो गया है।भीषण मंहगाई के चलते हमारे बच्चों की शिक्षा -दीक्षा सम्भव नहीं हो पा रही है ।उत्तर प्रदेश में खेती के बाद सबसे ज्यादा रोजगार देने वाला पसमांदा मुसलमानों का कुटीर उद्योग मृत्यु शैय्या पर कराह रहा है,लेकिन दिल्ली एंव उत्तर प्रदेश की गूंगी-बहरी पत्थर दिल सरकारों को यह कराह सुनाई नहीं पड रही है।जब से देश में भाजपा (डबल इन्जन) की सरकार बनी है अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों का घोर शोषण हो रहा है, दलितों के साथ मुस्लिम समाज को भी टार्गेट किया जा रहा है।मंहगाई चरम सीमा पर है।महिलाऐं ,भी सुरक्षित नहीं हैं ,पेट्रोल और डीजल की रोज बढती क़ीमतों ने कारोबार को ध्वस्त कर दिया है। युवा बेरोजगार हैं,हम पसमांदा मुसलमान केंद्र व राज्य सरकार से मांग करते हैं कि अल्पसंख्यक समुदाय को टार्गेट न किया जाये।

अनीस मंसूरी ने कहा कि आज़ादी से अब तक सारी  राजनीतिक पार्टियों ने पसमांदा मुसलमानों को हमेशा वोट के लिए इस्तेमाल किया लेकिन जब सत्ता में भागीदारी की बात आती है तो आपको अंदेखा कर दिया जाता है। पसमांदा मुसलमानों को यह समझ लेना चाहिए कि अब वोट हमारा- राज तुम्हारा नहीं चलेगा।

अनीस मंसूरी ने सम्बोधित करते हुए कहा कि पिछड़े 74 वर्षों में केंद्र और राज्य सरकारें पसमांदा मुसलमानों का घोर शोषण करती आ रही हैं। पसमांदा मुसलमानों का सबसे ज्यादा शोषण कांग्रेस की सरकारों ने किया ।वर्ष 2012 के  विधानसभा चुनाव से कुछ पहले कांग्रेस सरकार ने पिछडी ज़ातियों हेतु प्रदत्त आरक्षण 27  प्रतिशत में से पिछड़े मुसलमानों को4.5 प्रतिशत आरक्षण उच्च शिक्षा में देने का आश्वासन दिया था, जिसमें मुसलमानों के अलावा अन्य कई अल्पसंख्यक समुदाय के लोग हैं। यह उचित नहीं था। पिछड़े मुसलमानों का8.44 प्रतिशत का आरक्षण बनता है। कांग्रेस की केंद्र सरकार आश्वासन देने के बजाय 8.44 प्रतशित  पिछडे मुसलमानों का आरक्षण का शासनादेश जारी कर देना चाहिए था।  कांग्रेस ऐसा न कर पिछड़े मुसलमानों को गुमराह करने की साज़िश कर रही थी।कांग्रेस सियासी क्षेत्र में पसमांदा मुसलमानों की भागीदारी क्यों नहीं देना चाहती ? इसका जवाब कांग्रेस को देना ही पडेगा। कांग्रेस के ही शासन ने धारा 341 पर धार्मिक प्रतिबंध लगा कर  मुस्लिम अनुसूचित जाति को आरक्षण से वंचित कर दिया था। यह प्रतिबंध 10,अगस्त1950 में  तत्कालीन राष्ट्रपति अध्यादेश जारी कर लगाया गया था। जब राष्ट्रपति के अध्यादेश से प्रतिबंध लगाया जा सकता है, तो राष्ट्रपति के ही अध्यादेश से धारा 341 लगे उक्त प्रतिबंध समाप्त हो सकता है। जिसे केंद्र सरकार को करना चाहिए ।इसमें सुप्रीम कोर्ट को कहीं बाधक नहीं होना चाहिए। इस प्रकार धारा341 से धार्मिक प्रतिबंध समाप्त कर हिन्दू, सिख व बौद्ध अनुसूचित जातियों के भांति मुस्लिम अनुसूचित जाति को भी अधिकार दिया जाये। पसमांदा मुस्लिम समाज देश के पिछडी ज़ातियों, अनुसूचित जातियों व अनुसूचित जनजातियों  के साथ साझेदारी चाहता है, तथा मुसलमानों की आबादी का 85 प्रतिशत  पसमांदा मुसलमान अपनी सियासी भागीदारी की मांग करता है।

वसीम राईनी ,प्रदेश अध्यक्ष ,ने सभा को सम्बोधित करते हुए कहा कि राष्ट्रीय अध्यक्ष माननीय अनीस मंसूरी को प्रदेश का पसमांदा मुस्लिम समाज पूरी ताक़त के साथ इनके आहवान पर संघर्ष करेगा।और आगामी विधानसभा चुनाव 2022 में  उनके निर्देश पर मतदान कर अपने हित की सरकार बनवायेगा।

सम्मेलन की अध्यक्षता कर रहे शकील मंसूरी ने कहा कि आनेवाले विधानसभा चुनाव में पसमांदा मुस्लिम समाज  को सम्मान देने वाली सेक्युलर पार्टी की पूर्ण बहुमत की सरकार बनवायेगा।  सम्मेलन को  महबूब आलम लारी अंसारी, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष मुख्तियार मंसूरी, राष्ट्रीय वरिष्ठ उपाध्यक्ष  हाजी अंजुम अली एडवोकेट, राष्ट्रीय महासचिव  ज़मीर अहमद खा ,राष्ट्रीय प्रवक्ता  नौशे खाँ मेवाती, प्रदेश सचिव मोहम्मद शाहिद कस्सार , प्रदेश सचिव इंजीनियर शमीम अंसारी, उत्तराखंड प्रभारी,  डॉक्टर जमील अहमद मंसूरी, प्रभारी उत्तराखंड AIMS शाहिद मंसूरी, प्रदेश अध्यक्ष उत्तराखंड AIMS, खास महेमान रियाज अहमद मंसूरी ,प्रदेश अध्यक्ष AIMS राजस्थान अजमेर, अंसार अहमद शेख अल्वी, अलीगढ,आरिश राईनी, प्रदेश प्रवक्ता ने सम्बोधित किया।
 इस अवसर पर  हाजी खुर्शीद मंसूरी, उवैस इकबाल, अलीगढ़, साबिर प्रधान, हाजी जबरी खाँ,हाजी जमालुद्दीन, हाजी गनी मोहम्मद,इरशाद हुसैन मंसूरी, रेशम अली,अकरम मंसूरी,हाजी अनीस मंसूरी, खलील अहमद, के अलावा भारी संख्या में मोजूद रहे।

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