मांगने से भीख मिल सकती है अधिकार व सम्मान नहीं : मुकेश साहनी

बलिया। कोई राम को मानता है कोई रहीम को,हम फूलन देवी जी को मानते हैं।हमारी आस्था फूलन जी में है और वही हमारे लिए पूज्यनीया व आदर्श हैं।उक्त बातें विकासशील इंसान पार्टी के संस्थापक व बिहार सरकार में पशुपालन एवं मत्स्य संसाधन मंत्री सन् ऑफ मल्लाह मुकेश साहनी ने निषाद आरक्षण अधिकार जनचेतना रैली को सम्बोधित करते हुए कहा। बलिया नगर स्थित टाउन पॉलिटेक्निक कॉलेज के मैदान में वीआईपी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राजाराम बिन्द के संयोजकत्व व जिलाध्यक्ष हरेराम साहनी की अध्यक्षता में आयोजित रैली में मुकेश सहनी ने कहा कि मांगने से सिर्फ भीख मिल सकती है,अधिकार नहीं।वीआईपी निषाद समाज सहित अतिपिछड़ों,वंचितों,अकलियतों को याचक नहीं शासक बनाने के लिए प्रयास कर रही है।विगत 25 जुलाई को हमने उत्तर प्रदेश के 18 जिलों में अपनी आदर्श फूलन देवी जी की 18-18 फ़ीट ऊंची प्रतिमाएं उनकी 20 वीं पुण्यतिथि पर स्थापित कर माल्यार्पण हेतु भेजा,लेकिन उत्तर प्रदेश की सरकार ने प्रतिमाओं पर माल्यार्पण करने व स्थापित करने से रोक दिया।पर,हम भी मानने व डरने वाले नहीं,हम फूलन जी की 50 हजार मूर्तियाँ,5 लाख लॉकेट व 10 लाख कैलेंडर गाँव गाँव में बंटवाएँगे।कहा कि अब श्रीराम-निषादराज की मित्रता के नाम पर भाजपा को निषाद समाज वोट नहीं करेगा।निषाद समाज को अनुसूचित जाति का आरक्षण व उनका अधिकार चाहिए।उत्तर प्रदेश में मझवार,गोंड़, तुरैहा,बेलदार,खरवार,खैरहा,खोरोट 1950 से अनुसूचित जाति में शामिल हैं,पर इन जातियों को जाति प्रमाण पत्र नहीं मिल रहा है,जो संविधान विरुद्ध है।

साहनी ने कहा कि बिहार में हमारी पार्टी के 4 विधायक हैं और भाजपा के 74,पर दोनों का महत्व बराबर है। 74 के समर्थन वापसी से सरकार गिर सकती है और 4 विधायकों वाली वीआईपी के भी हटने से।हमारा गठबंधन भाजपा से नहीं,बल्कि राजग के अंग हैं,नीतीश कुमार जी को भाजपा व वीआईपी का समर्थन है।मिशन 2022 में वीआईपी अपने नाव चुनाव चिन्ह पर मजबूती से चुनाव लड़ाएगी,इसके लिए 169 सीटों को चिन्हित किया गया है,जहाँ निषाद, बिन्द, कश्यप का मजबूत आधार है।वीआईपी निषाद वोटबैंक आधारित सभी जाति, वर्ग व धर्म की पार्टी है।हम सबको साथ लेकर व सम्मान देकर आगे बढ़ेंगे।उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश के एक नेता स्वघोषित पोलिटिकल गॉडफादर ऑफ फिशरमैन कहते हैं,पर निजी स्वार्थ में राजनीतिक धर्म भूलकर एक टिकट के लिए बंधक बन जाते हैं।गोरखपुर के उपचुनाव में अपने बेटे को सपा से तो 2019 में भाजपा में शामिल कराकर चुनाव लड़वाते हैं और 2021 में भाजपा से स्वयं एमएलसी बन जाते हैं।यह कैसा गठबंधन और कहां गयी उनकी पार्टी?उनके पोस्टर से निषादराज का फोटो गायब है,अब वहां भाजपा नेताओं का फोटो लग रहा है।हम संजय निषाद के नहीं, उनकी रीति-नीति व नियत का विरोधी हूँ।वीआईपी संस्थापक ने कहा कि जब पश्चिम बंगाल, उड़ीसा,दिल्ली में निषाद जातियों को एससी का आरक्षण है तो उत्तर प्रदेश, बिहार,झारखण्ड के मल्लाह,केवट, बिन्द, धीवर,कहार,तुरहा, माँझी को क्यों नहीं?हम मिशन-2022 में अपने बलबूते चुनाव लड़ाएंगे,जीतेंगे नहीं तो विरोधी को सैकड़ों सीटों पर हरा देंगे।

वीआईपी के प्रदेश अध्यक्ष चौ.लौटनराम निषाद ने कहा कि निषाद परजूनिया व कटपीस नहीं,थानवाली जातियों का समूह है।जिनका उत्तर प्रदेश में 16 प्रतिशत से अधिक आबादी है।भाजपा ने रामभक्त बताकर इनका वोट ले सरकार बनाया,पर निषाद समाज को सामाजिक,आर्थिक अन्याय व राजनीतिक उपेक्षा का शिकार बनाया।बालू मोरंग खनन व मत्स्य पालन पेशा को सार्वजनिक रूप से नीलाम कर निषाद मछुआरों की रोजी रोटी छीन लिया। उन्होंने कहा कि कहाँ गया भाजपा का दृष्टि पत्र,चुनाव घोषणा पत्र व मछुआरा दृष्टि पत्र/फिशरमैन विज़न डाक्यूमेंट्स का संकल्प? अनुसूचित जाति का आरक्षण का राजपत्र,शासनादेश व 1994-95 का परम्परागत पेशा सम्बंधित शासनादेश की बहाली नहीं तो भाजपा को समर्थन व उससे गठबंधन नहीं।निषाद ने आगे कहा कि भाजपा सरकार ने सेंसस-2021 में जातिगत आधार पर जनगणना कराने का वादा किया था,पर अब सुप्रीम कोर्ट में हलफनामा देकर ओबीसी की जनगणना कराने से मुकर रही है।जब एससी, एसटी,धार्मिक अल्पसंख्यक(मुस्लिम, सिक्ख, ईसाई, बौद्ध,जैन,पारसी,रेसलर),ट्रांसजेंडर, दिव्यांग के साथ साथ पेड़ों,जानवरों की गणना कराती है,तो पिछडों व अगड़ों की क्यों नहीं?उन्होंने भाजपा पर नफरत व बिखराव की राजनीति करने का आरोप लगाते हुए कहा कि मण्डलविरोधी भाजपा संविधान व सामाजिक न्याय की हितैषी नहीं हो सकती।सरकारी संस्थानों का निजीकरण पिछडों,दलितों को प्रतिनिधित्व से वंचित करने की साज़िश है।
राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राजाराम बिन्द ने रैली को सम्बोधित करते हुए कहा कि अभी नहीं तो कभी नहीं,अब भाजपा के वादे पर विश्वास नहीं।जब सामान्य वर्ग की जातियों को संविधान व सुप्रीम कोर्ट की व्यवस्था से परे जाकर 48 घण्टे के अंदर ईडब्ल्यूएस के नाम से 10 प्रतिशत आरक्षण कोटा दे दिया गया तो निषाद जातियों को देने में देरी क्यों?
रैली को प्रदेश महासचिव अनुराग सिंह यादव अन्नु, प्रदेश उपाध्यक्ष प्रभुदयाल निषाद, प्रदेश सचिव मनोज यादव,राजेन्द्र प्रसाद निषाद,मण्डल अध्यक्ष मानिकचन्द साहनी,जिला प्रभारी राम विलास बिन्द,युवा मोर्चा के प्रदेश सचिव सन्दीप कुमार निषाद भोला,अखिलेश बिन्द, वीरेन्द्र बिन्द, प्रेमचंद राजभर,अर्जुन बिन्द, गुलाबचंद निषाद, ओमप्रकाश निषाद आदि ने सम्बोधित किया।

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