राष्ट्रभाषा हिन्दी प्रचार समिति द्वारा डाॅ. मनोज रस्तोगी को “साहित्य शिरोमणि सम्मान”

मुरादाबाद। साहित्यिक संस्था राष्ट्रभाषा हिन्दी प्रचार समिति की ओर से वरिष्ठ पत्रकार व साहित्यकार डाॅ. मनोज रस्तोगी को हिन्दी दिवस पर “साहित्य शिरोमणि सम्मान” से सम्मानित किया गया। सम्मान स्वरूप उन्हें अंगवस्त्र, मानपत्र, प्रतीक चिह्न व सम्मान राशि भेंट की गयी।

सम्मान-समारोह लाइनपार स्थित विश्नोई धर्मशाला में आयोजित किया गया। डाॅ. प्रेमवती उपाध्याय द्वारा प्रस्तुत माँ सरस्वती की वंदना से आरंभ हुए कार्यक्रम की अध्यक्षता मथुरा के सहायक निदेशक बचत एवं सुप्रसिद्ध साहित्यकार राजीव सक्सेना (सहायक निदेशक-बचत ) ने की। मुख्य अतिथि डाॅ. प्रेमवती उपाध्याय एवं विशिष्ट अतिथि के रूप में के. पी. सरल मंचासीन हुए। संचालन रामसिंह निशंक ने किया।
डाॅ. मनोज रस्तोगी के व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर आधारित आलेख का वाचन करते हुए युवा रचनाकार राजीव प्रखर ने कहा – मुरादाबाद के साहित्य को संरक्षित करने एवं साहित्यिक, साँस्कृतिक व सामाजिक पटलों पर डाॅ. मनोज रस्तोगी का अतुलनीय योगदान आने वाली पीढ़ियों को बेहतर सोचने व लिखने के लिये निश्चित रूप से प्रेरित करेगा। उनके द्वारा स्थापित साहित्यिक मुरादाबाद समूह आज सारे विश्व में लोकप्रिय होकर मुरादाबाद की साहित्यिक उपलब्धियों को आम जनमानस तक पहुँचा रहा है।”

कार्यक्रम अध्यक्ष राजीव सक्सेना ने अपने उद्गार व्यक्त करते हुए कहा – “डॉ. मनोज रस्तोगी द्वारा हिन्दी साहित्य पर किया गया शोध मुरादाबाद के साहित्यिक इतिहास में एक अभिनव प्रयास है। उनके सम्मान से मुरादाबाद का साहित्यिक समाज गौरवान्वित हुआ है।”
मुख्य अतिथि डॉ. प्रेमवती उपाध्याय ने डाॅ. मनोज रस्तोगी के योगदान का अभिनंदन करते हुए कहा – ” डॉ. मनोज रस्तोगी हमारे समाज का एक ऐसा हीरा है जिसकी अनंत रश्मियाँ अनेक साहित्यिक पटलों को चमका रही हैं। वह अपने उत्कृष्ट साहित्यिक व सामाजिक समर्पण से लोगों के हृदय को स्पर्श करने में पूर्णतया सफल रहे हैं।”
विशिष्ट अतिथि के. पी. सरल ने अपने उद्बोधन में कहा – “डॉ. मनोज रस्तोगी ने हिन्दी के विकास और प्रचार के लिए जो उल्लेखनीय कार्य किया है वह निश्चित रूप से अभिनंदन योग्य है।” वरिष्ठ व्यंग्यकार अशोक विश्नोई ने अपने उद्बोधन में कहा – “डॉ. मनोज रस्तोगी ने अपने सतत् साहित्यिक समर्पण से मुरादाबाद की गौरवशाली साहित्यिक व सांस्कृतिक विरासत को सहेजने का अतुलनीय कार्य किया है।” इसके अतिरिक्त कार्यक्रम में उपस्थित अनेक वरिष्ठ व कनिष्ठ साहित्यकारों ने डॉ. मनोज रस्तोगी को शुभकामनाएं देते हुए उनके निरंतर स्वस्थ, सक्रिय व सफल जीवन की कामना की।
सम्मान समारोह के पश्चात एक काव्य-संध्या का भी आयोजन किया गया जिसमें उपस्थित रचनाकारों ने अपनी सार्थक रचनाओं के द्वारा हिन्दी को नमन करने के साथ समाज की विभिन्न परिस्थितियों का चित्रण किया। कार्यक्रम में वीरेंद्र ब्रजवासी, राजीव प्रखर, डॉ. स्वदेश भटनागर, ओंकार सिंह ओंकार, रघुराज सिंह निश्चल, रामेश्वर वशिष्ठ, योगेंद्र पाल सिंह, कृपाल धीमान, अशोक विश्नोई, शिशुपाल मधुकर, रामदत्त द्विवेदी, चिन्तामणि शर्मा, एमपी बादल जायसी, मनोज मनु, उदय प्रकाश उदय आदि ने काव्य पाठ किया। संस्था के संरक्षक योगेंद्र पाल सिंह विश्नोई द्वारा आभारअभिव्यक्ति के साथ कार्यक्रम विश्राम पर पहुँचा।

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