यहां पर वैक्सीन महा अभियान के नाम पर वैक्सीन महा घोटाला सामने आया- नरेंद्र सलूजा

यहां पर वैक्सीन महा अभियान के नाम पर वैक्सीन महा घोटाला सामने आया- नरेंद्र सलूजा

भोपाल (डीवीएनए)। मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष के मीडिया समन्वयक नरेंद्र सलूजा ने बताया कि मध्यप्रदेश हर तरह के फर्जीवाड़े ,घोटाले और भ्रष्टाचार के लिए देश में जाना जाता है।कोरना महामारी के दौरान भी मध्यप्रदेश में कई तरह के फर्जीवाड़े व घोटाले सामने आए हैं।अब ताजा घोटाला व फर्जीवाडा वैक्सीन महाअभियान के नाम पर श्श्वैक्सीन महाघोटालाष् सामने आया है। इसके पहले मध्यप्रदेश में कोरोना संक्रमण के आंकड़े छुपाए गए और उसके बाद मौत के आंकड़े छुपाए गए, जिसकी पोल जब पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने समय-समय पर खोली तो भाजपा ने कमलनाथ के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवा दी। बाद में एसआरएस के आंकड़ों में सारी वास्तविकता सामने आ गई? अब मध्यप्रदेश में 21 जून को सम्पन्न वैक्सीन महाअभियान के नाम पर 17 लाख लोगों के रिकार्ड बनने का दावा किया गया। जबकि यह वास्तविकता भी सामने आयी कि 21 जून के पूर्व के सात दिन रिकोर्ड बनाने के लिये वैक्सीन के डोज कम कर दिये गये, वही 21 जून के बाद भी वैक्सीन की रफ्तार काफी धीमी रही,
सलूजा ने बताया कि उसके बाद भी निरंतर वैक्सीन महाअभियान के फर्जीवाड़े सामने आ रहे हैं कि किस प्रकार एक 13 वर्ष के बालक, एक मृत महिला और एक वैक्सीन नहीं लगाने वाली महिला के नाम पर भी वैक्सीन के प्रमाण पत्र जारी कर दिए गए और अब ताजा मामला भोपाल में 10 हजार लोगों के डाटा की पड़ताल में सामने आया है कि किस प्रकार एक ही आधार नंबर पर कई लोगों को एक साथ वैक्सीन लगाने की बात रिकार्ड में दर्ज की गयी, एक ही मोबाइल नंबर पर कई लोगों को वैक्सीन लगाने की बात दर्ज है, वही झारखंड, महाराष्ट्र, बिलासपुर, तमिलनाडु के व्यक्ति जो कभी भोपाल नहीं आए ,उनके नाम भी भोपाल के रिकॉर्ड में वैक्सीन लगवाने के रूप में दर्ज होना बताए गए हैं? कई जगह एक ही नाम को कई बार दर्ज किया गया है, एक ही सीरियल नंबर के आधार कार्ड से कई लोगों को टीका लगाना बताया गया है जबकि इसमें से कई लोगों ने वैक्सीन लगवाई ही नहीं और भोपाल आये ही नहीं? यह फर्जीवाडा तो सिर्फ भोपाल में 10 हजार लोगों के ही डाटा की पड़ताल में ही सामने आया है, यदि पूरे प्रदेश के सभी जिलों की और इस पूरे रिकॉर्ड की जांच की जाए तो वैक्सीन के नाम पर हजारों लोगों के नाम का फर्जीवाड़ा सामने आ सकता है,
सलूजा ने बताया कि एक दिन के वैक्सीन महा अभियान के रिकार्ड के बाद प्रदेश के कई शहरों में पिछले 3 दिन से वैक्सिंग के पते नहीं हैं।मध्यप्रदेश में मंगलवार और बुधवार को वैक्सीन का सत्र ,वैक्सीन की कमी के कारण नहीं होगा।वही यही स्थिति जुलाई को लेकर भी सामने आ रही है कि डोज कम मिलने से वैक्सीन की रफ्तार धीमी हो सकती है,
सलूजा ने बताया कि वैक्सीन महाअभियान के रिकार्ड के बाद भाजपा ने प्रदेश भर में धन्यवाद मोदी जी-धन्यवाद शिवराज जी के खूब होर्डिंग पोस्टर लगाये थे। इस महा घोटाले के सामने आने के बाद कांग्रेस अब कहती है धन्यवाद मोदी जी-धन्यवाद शिवराज जी, इस कोरोना महामारी में भी किस प्रकार भाजपा शासित मध्यप्रदेश में वैक्सीन के नाम पर महाघोटाले किए जा रहे हैं, आपदा में भी अवसर तलाशे जा रहे हैं, पहले संक्रमण के आंकड़े, फिर मौत के आंकड़े और अब वैक्सीन के आंकड़ों के नाम पर जमकर फर्जीवाड़ा किया जा रहा है, यही शिवराज सरकार की वास्तविकता है?

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