बांदा जेल का निरीक्षण करने अचानक पहुंचे डीआईजी जेल, बोले- सुरक्षा में न हो चूक, यहीं बंद है मुख्तार

विनोद मिश्रा
बांदा।
डीआईजी जेल संजीव त्रिपाठी ने यहां मंडल कारागार का आकस्मिक निरीक्षण किया। सुरक्षा सहित अन्य व्यवस्थाओं को देखा। सीसी कैमरों को हर समय क्रियाशील रखने  सहित जांबाज बंदी रक्षकों को जेल अंदर की सुरक्षा में तैनात करने के निर्देश दिए। उन्होंने जेल की बाउंड्री की रात-दिन पुख्ता सुरक्षा को कहा।

पाकशाला में खाने की गुणवत्ता को परखा। अस्पताल में बीमार बंदियों का हालचाल लिया और दवाओं की जानकारी ली। डीआईजी ने कोरोना संक्रमण को देखते हुए जेल में सफाई के निर्देश दिए। कर्मचारियों सहित बंदियों के टीकाकरण की जानकारी ली।

पीसीओ में बंदियों द्वारा परिजनों को की जाने वाली काल के डिटेल की जानकारी ली। बंदियों से उनकी समस्याएं जानी और निराकरण के निर्देश दिए। महिला बैरक में सुरक्षा का जायजा लिया। महिला बंदी रक्षकों की संख्या बढ़ाए जाने के निर्देश दिए।

जेल परिसर में बनी चहार दीवारी व शस्त्रागार का अवलोकन किया। चहारदीवारी को और ऊंचा कराए जाने की जरूरत बताई। मुलाकाती कक्ष के पास गंदगी पर नाराजगी जताई। पालिका से संपर्क कर नियमित सफाई कराए जाने के निर्देश दिए। कारागार अधीक्षक प्रमोद तिवारी, डिप्टी जेलर वीरेश्वर सिंह, प्रभाकांत पांडेय सहित कर्मचारी मौजूद रहे।

दूसरी ओर फर्जी पते से लिए गए असलहे में पैरवी के आरोपी बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी की मऊ की विशेष गैंगस्टर कोर्ट में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से पेशी हुई। मुख्तार के वकील दारोगा सिंह ने कोर्ट में प्रार्थना पत्र देकर कहा कि पिछले दिनों कोरोना होने से मुख्तार काफी कमजोर हो गया है।

आरोप लगाए कि जेल प्रशासन द्वारा मुख्तार को सुविधाएं नहीं मुहैया कराई जा रही हैं। फिजियोथेरेपी की जांच भी नहीं हुई है। गैंगस्टर एक्ट के मामलों को एमपी/एमएलए कोर्ट में स्थानांतरित करने के लिए कहा। कोर्ट ने जेल प्रशासन को जेल मैनुअल के अनुसार सुविधाएं मुहैया कराने के आदेश दिए हैं।

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