दुनियाभर में 50 फीसदी नर्सेज ही साक्षर

मुरादाबाद। आर्यव्रत हेल्थ केयर इंडिया, मैसूर, कर्नाटक के एनएस मैनेजर महादेव प्रसाद ने विदेशों में पढ़ाई और जॉब पर बोलते हुए कहा, दुनियाभर में नर्सेज की क्यों जरुरत है? बोले, नर्सेज हमारे हेल्थ केयर सिस्टम में फ्रंटलाइन वर्कर की तरह काम करती हैं। दुनियाभर में पढ़ी-लिखी नर्सों की लगभग 50 प्रतिशत कमी है। अपने वाले समय में 13 मिलियन नर्सेज की जरुरत होगी।

इंडियन नर्सेज की डिमांड दुनियाभर में इसलिए है, क्योंकि इंडिया में हर साल सबसे ज्यादा नंबर में नर्सेज पास होकर निकलती हैं। इंडियन नर्सेज बहुत ही स्किल्ड और स्ट्रेसफुल माहौल में भी बहुत अच्छे से काम कर सकती हैं। यूके, यूएसए, कनाडा, आयरलैंड, सिंगापुर, ऑस्ट्रेलिया आदि में इंडियन नर्सेज की इन्हीं खूबियों की वजह से इतनी डिमांड करते हैं। वह तीर्थंकर महावीर यूनिवर्सिटी के कॉलेज ऑफ़ नर्सिंग की ओर से ओवरसीज अपॉर्चुनिटी फॉर इंडियन नर्सेज पर आयोजित ऑनलाइन वेबिनार में बतौर मुख्य वक्ता बोल रहे थे।

आर्यव्रत हेल्थ केयर इंडिया की फाउंडर डायरेक्टर डॉ. सीमा बालियान ने बताया, कैसे छात्र-छात्राएं एनएमसी के रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं? यूके में जॉब कैसे ज्वाइन कर सकते हैं? रजिस्ट्रेशन फीस और उसके रिफंड के बारे में भी बताया। बोलीं, विदेश में नौकरी करने के लिए छात्र-छात्राओं को आईएलटीएस और ओईटी टेस्ट पास करने होंगे, अंत में छात्र-छात्राओं ने सवाल भी किए। वेबिनार में आर्यव्रत हेल्थ केयर इंडिया के हेड ऑफ़ ऑपरेशन डॉ. मनीष राना के अलावा नर्सिंग कॉलेज के प्राचार्य प्रो. एसके कुलकर्णी, वाइस प्रिंसिपल प्रो. एम जसलीन, श्री महांतेश दासयाल अलावा बीएससी, पीबी-बीएससी, जीएनएम के अंतिम वर्ष के 250 छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे। संचालन बाल चिकित्सा विभाग के एचओडी श्री बसवराज मुधोल ने किया।

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