करोड़ों रुपए खर्च किए चूहों को मारने में, फिर भी नहीं हाथ लगी सफलता

इंदौर। देश और विदेश में नर्सेज को मरीजों की सेवा के लिए रखा जाता है और इसी की पगार भी दी जाती है। वैसे भी मध्यप्रदेश में नर्सेज की बेहद कमी है। मेडिकल कॉलेज के अधीन आने वाले सभी अस्पतालों में नर्सेज की मरीजों के लिए कई काम सौंपे गए हैं, जिसमें सलाइन चढ़ाना, इंजेक्शन लगाना, डॉक्टर द्वारा लिखा गया प्रिस्क्रिप्शन पर अमल करना, इंडियन भरकर दवाइया लाना वगैराह-वगैराह, लेकिन अब मेडिकल कॉले प्रबंधन ने नर्सेज को चूहे भगाने का काम भी दे दिया है। अब इन्हें चूहों पर भी पैनी नजर रखना पड़ेगी ताकि किसी भी मरीज को चूहे काट न सके।

अगर काटते हैं तो नर्स को निलंबित होना पड़ेगा फिर उस की बहाली कब होगी इस बारे में कुछ नहीं कहा जा सकता। क्योंकि मेडिकल कॉलेज डीन डॉ. संजय दीक्षित बेकसूर को निलंबित कर देते हैं तो उसका निलंबन वापस लेने में एक महीना लगा देते हैं और इस एक महीने में चिकित्सा शिक्षा मंत्री के साथ प्रभारी मंत्री से अनुमोदन लेना भी पड़ता है। फिर जांच कमेटी बैठाने के साथ अन्य कार्य भी करना पड़ते हैं, तब कहीं जाकर निलंबन वापस होता है। इधर नर्सेज स्टाफ के साथ सुरक्षा गार्डों की नौकरी में अस्पताल से चूहे भगाने का काम भी सौंपा गया है। अब गार्डों पर चूहों पर भी नजर रखना पड़ेगी। यह चूहे वार्ड, ऑपरेशन थिएटर व अन्य महत्वपूर्ण जगह में नहीं घुस सकते घुसते हैं और मरीज को नुकसान पहुंचाने हैं। अगर चूहे घुसकर मरीजों को नुकसान पहुंचाते हैं तो सुरक्षा गार्डों की नौकरी दांव पर लग सकती है।

एचएलएल कंपनी को भी कहा गया है कि आपके स्टाफ को कह दीजिए कि चूहों पर कड़ी नजर रखें नहीं तो अभी एक लाख जुर्माना लगाया गया है बाद में इस जुर्माने को बढ़ाया भी जा सकता है। विदित हो कि करोड़ों रुपए खर्च करने के बाद भी अस्पताल में चूहों का दबदबा कायम है, वह अस्पताल से जाना ही नहीं चाहते हैं। इधर एमवाय में 19 दिन के नवजात के पैर का अंगूठा चूहे द्वारा कुतरे जाने के मामले में पीडियाट्रिक यूनिट की नर्स ज्योति पाल को निलंबित किया गया है। एमवायएच के अधीक्षक डॉ. पीएस ठाकुर ने बताया कि सफाई कार्य देखने वाली एचएलएल कंपनी के दो कर्मचारियों अभिषेक मालवीय और ज्योति पलासिया को भी निलंबित कर कंपनी परएक लाख रुपये का जुर्माना भी लगाया गया है। जांच कमेटी ने गत दिवस डॉक्टर, नर्स सहित करीब 14 लोगों के बयान लिए। इसमें नवजात की मां प्रियंका भी शामिल है। कमेटी ने रिपोर्ट डीन को सौंप दी। गत दिवस बच्चे को रक्त भी चढ़ाना पड़ा। नवजात के पिता किशन दायमा के मुताबिक, चिकित्सकों ने बताया बच्चा स्वस्थ है और अंगूठा भी ठीक है।

Post a Comment

0 Comments