किसान का बेटा बना आईआईटीयन, खुशी में डिब्बे भर मिठाई के साथ आया अपने गुरु से मिलने

पटना। अच्छा लगता है जब नन्हा सा बीज पौधा का रूप धारण करता है। लेकिन असली खुशी तब होती है जब हमारे सामने मीठे फलों से लदा हुआ वृक्ष हो।

ऐसा ही ऐहसास Mathematics Guru Rk srivastava को तब हुआ जब बिहार राज्य के रोहतास जिले के सूर्यपूरा वारुण  के किसान का बेटा उज्ज्व्वल अनुराग आईआईटी प्रवेश परीक्षा सफल हुआ था। रिजल्ट की खुशी में डिब्बे भर मिठाई के साथ गुरु से मिलने आया । अब वह आईआईटी बीएचयू  से बीटेक कर चुका है।

कुछ वर्ष पहले पिताजी के साथ उज्ज्व्वल अनुराग  आरके श्रीवास्तव के संस्था में  पढ़ने के लिए आया। उसके gaurdians ने बताया की यह पढने में काफी बेहतर है, बेटे की पढ़ाने की लालसा और उसके 10 वी के मार्क्स को देखकर आरके श्रीवास्तव का मन काफी खुश हुआ और वे उसे पढ़ाने के लिये तैयार हो गये। 

दो वर्षों की पढ़ाई के बाद वह आईआईटी प्रवेश परीक्षा में बैठा और पहले ही प्रयास में वह सफल हो गया  और आईआईटी बीएचयू में उसका दाखिला हुआ। 

आरके श्रीवास्तव ने दो तस्वीरे सोशल मीडिया पर डाला है एक तस्वीर है जब वह आईआईटी प्रवेश परीक्षा में सफल होने के बाद अपने गुरु के साथ victory का sign दे रहा है और दूसरा तस्वीर जब वह अब अपने सपने साकार कर रहा है।

कौन है आरके श्रीवास्तव
बिहार के रोहतास जिले के रहने वाले आरके श्रीवास्तव देश में मैथेमैटिक्स गुरु के नाम से मशहूर हैं। खेल-खेल में जादुई तरीके से गणित पढ़ाने का उनका तरीका लाजवाब है। कबाड़ की जुगाड़ से प्रैक्टिकल कर गणित सिखाते हैं। आर्थिक रूप से सैकड़ों गरीब स्टूडेंट्स को आईआईटी, एनआईटी, बीसीईसीई सहित देश के प्रतिष्ठित संस्थानों में पहुँचाकर उनके सपने को पंख लगा चुके हैं।

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