अमरोहा। आजादी के बाद देश में पहली बार किसी महिला को उसके अपराध के लिए फांसी की सजा दी जाएगी। अमरोहा की रहने वाली 'शबनम' को मौत की स...
अमरोहा। आजादी के बाद देश में पहली बार किसी महिला को उसके अपराध के लिए फांसी की सजा दी जाएगी। अमरोहा की रहने वाली 'शबनम' को मौत की सजा दी जाएगी। राष्ट्रपति ने शबनम और सलीम की दया याचिका खारिज कर दी है।
हमारी टीम शबनम के गांव बावनखेड़ी पहुंची। हम उस घर में भी पहुंचे जहां बेरहमी से 7 लोगों को मौत के घाट उतारा गया था। उस घर में फ़िलहाल शबनम के चाचा सत्तार अली अपने परिवार के साथ रह रहे हैं।
शबनम की चाची ने हमसे बातचीत में कहा कि- शबनम को आजीवन कारावास ही होना चाहिए, इससे उसे जीवन का पता चलेगा। उन्होंने बताया कि जेल जाने के बाद शुरुआत में हम एक-दो बार मिले थे, लेकिन शबनम ने हमसे ठीक से बात ही नहीं की थी। वह कहती थी उसे जेल से छुड़ा लें।
प्रॉपर्टी के सवाल पर उन्होंने साफ़ कहा कि इस प्रॉपर्टी पर उनके शौहर का अधिकार है।
कुछ दिनों पहले शबनम के बेटे ने जेल में उससे मुलाकात की थी। बेटे की परवरिश कर रहे उस्मान सैफी ने इस मुलाकात के बाद कहा था कि शबनम का कहना है कि उसकी चाची ने ही सलीम से उसे मिलवाया था, और उन्हें सब बातों की खबर रहती थी।
हमने ये सवाल शबनम की चाची से पूछा। शबनम की चाची ने आरोपों को झूठा बताया है। उनका कहना है कि शबनम ने उनसे दूरी बना ली थी। सलीम को उन्होंने कभी देखा तक नहीं था। उन्होंने उस्मान पर ही कहानी रचने का आरोप भी लगाया है।