
कानपुर। कानपुर के लोमहर्षक हत्याकांड में विकास दूबे को असलाह तस्करी कराने व आश्रय देने वाले विष्णु कश्यप,और उसके06साथियों को 1 सेमी आटोमेटिक राइफल,अवैध कार्बाइन, अवैध राइफल, sbbl बंदूक, 2अवैध तमंचा व 121कारतूस व 2,50,000नगद के साथ थाना पनकी कानपुर नगर से गिरफ्तार किया गया।
कानपुर के बिकरू गांव में हुए विकास दुबे कंड में पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स ने सोमवार को बड़ी कामयाबी हासिल की है। हिंदुस्तान की ख़बर के मुताबिक़ एसटीएफ ने फरारी के दौरान विकास दुबे को शरण देने वाले समेत सात लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने सेमी ऑटोमैटिक स्प्रिंगफील्ड राइफल समेत कई हथियार बरामद किये हैं।
राइफल का इस्तेमाल पुलिस वालों पर हमले में किया गया था। पुलिस ने इन हथियारों की तलाशी के लिए विकास दुबे का घर खोद डाला था। इतना ही नहीं कई दिनों तक उसके घर से कुछ दूर स्थित तालाब का पानी निकल कर तलाशी अभियान तक छेड़ा था।
कानपुर में चौबेपुर के बिकरू गांव में दो जुलाई 2020 की रात दबिश देने गई पुलिस टीम पर गैंगस्टर विकास दुबे और उसके गुर्गों ने हमला कर दिया। विकास दुबे ने साथियों की मदद से सीओ समेत आठ पुलिसकर्मियों की हत्या कर दी थी
पुलिस की जांच के दौरान सामने आया था कि हमलावरों ने पुलिस टीम पर सेमी ऑटोमेटिक राइफल से फायरिंग की थी। पुलिस ने मौके से अमेरिकन विंचेस्टर कारतूस बरामद किए थे। पुलिस अबतक मामले में आरोपित 36 लोगों को जेल भेज चुकी है। अभी तक पुलिस को न तो विकास की सेमी ऑटोमेटिक राइफल बरामद हुई थी और न ही फरारी के समय उसे आश्रय देने वालों का पता चला था। पुलिस को वारदात में दो सेमी ऑटोमेटिक राइफल के प्रयोग होने की जानकारी मिली थी, जिनका प्रयोग विकास दुबे करता था। उसका लाइसेंस भांजे और छोटे भाई के नाम पर था।
विकास को अपनी गाड़ी से ले जाना वाला भी गिरफ्तार
एडीजी एसटीएफ अमिताभ यश ने बताया कि एसटीएफ ने सोमवार को सात लोगों को गिरफ्तार करके एक राइफल, एक बार में 20 राउंड फायर करने वाली फुली ऑटोमेटिक कार्बाइन, एक सिंगल बैरल बंदूक और एक रिवाल्वर बरामद की है। बताया जा रहा है कि जिन लोगों को गिरफ्तार किया है, उसमें एक व्यक्ति कानपुर देहात का है। उसने वारदात के बाद विकास दुबे को अपने घर में दो दिनों तक पनाह दी थी। इसके साथ ही पुलिस ने उस सहयोगी को भी गिरफ्तार किया है जिसकी गाड़ी से विकास दुबे को कानपुर से बाहर ले जाया गया था।
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