
विनोद मिश्रा
बांदा। मुख्य मंत्री के निर्देश और डीएम आनन्द सिंह का दावं बालू खनन माफियाओं द्वारा अवैध खनन और ओवर लोडिंग परिवहन पर काफी भारी पड़ने से खलबली सी मच गई है। जांच करने लखनऊ से यहां आई टीमों का खदानों में जांच अभियान चौथे दिन भी जारी रहा।इस टीम ने कनवारा घाट के सभी चार बालू खदानों की जांच की। यहां टीम को कई ट्रक ओवरलोड मिले।
यहां के अलावा पैलानी, नरैनी और मटौंध क्षेत्रों के बालू घाटों में टीमों ने पुन: निरीक्षण किया। टीम में खनिज विभाग (झांसी) के ज्वाइंट डायरेक्टर नवीन दास, वरिष्ठ खनिज अधिकारी (लखनऊ) डीपी यादव व वरिष्ठ अधिकारी (प्रयागराज) अंजली सिंह शामिल रहीं। उधर, निहालपुर और कनवारा खदानों में परिवहन विभाग ने छापा मारकर ओवरलोड ट्रकों को सीज किया। बताया गया कि कनवारा बालू खदानों में एआरटीओ ने 14 ओवरलोड ट्रक सीज किए हैं। काफी देर हंगामे के हालात रहे। एक दर्जन खदानों पर टीम ने जिस प्रकार दस्तक है उससे कई माफिया कार्यवाई की चपेट मेंआ सकते है।
आपको बता दें कि डीएमआनन्द सिंह की रिपोर्ट पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश के बाद खनन की जांच को जिले में पहुंची तीन टीमों ने चार दिनों में दिन करीब एक दर्जन से अधिक खदानों की जांच की। नापजोख के साथ अवैध कार्यों की सूची तैयार की गई। अनुमान है कि एक-दो दिनों के अंदर शासनस्तर पर आई टीम अपनी रिपोर्ट सौंप देगी। उसके बाद जिम्मेदारों के अलावा कुछ खनन के संचालकों पर गाज गिरनी तय है।
दस मार्च को दो दिवसीय दौरे से लौटने के बाद सीएम ने बांदा जिले में खनन की जांच के लिए गृह विभाग व खनिज विभाग की टीम भेजने के निर्देश दिए थे। जिसके बाद खनिज विभाग झांसी के ज्वाइंट डायरेक्टर नवीन दास, प्रयागराज के अंजली सिंह और लखनऊ के डीपी यादव की अगुवाई में तीन टीमों ने जिले में डेरा डाल दिया। प्रत्येक टीम में चार से पांच सदस्य हैं। टीम जिले में चलने वाली सभी खदानों की जांच कर अपनी रिपोर्ट शासन को सौंपेगी। चौथे दिन भी टीम ने अलग-अलग जगहों पर खदानों की जांच की और वहां के खेल को अपनी नजरों से देखा। जो सफल होती नजर आ रही है।
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