जिला अस्पताल में मौत के बाद परिजनों का आक्रोश, की तोड़फोड़


विनोद मिश्रा

बांदा। जिला अस्पताल में मरीज की मौत से उत्तेजित परिजनों और समर्थकों ने मंगलवार की देर शाम जिला अस्पताल में तोड़फोड़ कर डॉक्टर पर लापरवाही का आरोप लगाया। स्वास्थ्यकर्मियों से हाथापाई की। गुस्साए परिजनों ने डॉक्टरों को भी खदेड़ लिया। मौके पर पहुंची पुलिस ने कुछ लोगों को हिरासत में ले लिया।

इस पर परिजनों ने एसपी आवास के सामने धरना देकर हंगामा शुरू कर दिया। पुलिस के छोड़ने पर हंगामा शांत हुआ। अस्पताल प्रशासन ने कोतवाली पुलिस को तहरीर दी है। शहर के केवटरा निवासी नवल किशोर के पुत्र अमर (22) की घर में हालत बिगड़ गई। परिजन उसे मंगलवार की शाम जिला अस्पताल लेकर पहुंचे। यहां कुछ देर बाद मौत हो गई।

इस पर परिजनों ने डाक्टर पर इलाज में लापरवाही का आरोप लगाते हुए हंगामा शुरू कर दिया। ट्रामा सेंटर स्थित पर्चा काउंटर, डाक्टर कक्ष और ऑक्सीजन सिलिंडर आदि में तोड़फोड़ शुरू कर दी। शीशे चकनाचूर कर दिए। रोकने पर कई स्वास्थ्य कर्मियों व एक सिपाही से हाथापाई की। डाक्टर और अन्य स्वास्थ्य कर्मियों ने भागकर जान बचाई।

इस दौरान अन्य भर्ती मरीजों का इलाज ठप हो गया। कुछ देर बाद कोतवाली प्रभारी निरीक्षक जयश्याम शुक्ल फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे हंगामा कर रहे कुछ लोगों को हिरासत में ले लिया। इससे नाराज परिजन जिला अस्पताल के सामने एसपी आवास वाली सड़क पर बैठ  गए। पुलिस के छोड़ने पर शांत हुए।

पुलिस ने शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। इंस्पेक्टर का कहना है कि युवक की मौत हार्टअटैक से होना बताई गई है। परिजनों का आरोप है कि डाक्टर ने लापरवाही बरती है। फिलहाल दोनों पक्षों से कोई तहरीर नहीं मिली है। उधर, जिला अस्पताल सीएमएस डा. उदयभान सिंह ने बताया कि हालत बेहद गंभीर थी।

ड्यूटी पर तैनात डा. पीके गुप्ता ने परिजनों से स्थिति स्पष्ट कर दी थी। इलाज शुरू होने से पहले ही मरीज की मौत हो गई। हंगामा व तोड़फोड़ में लगभग 40 लोग शामिल रहे। पुलिस को तहरीर दे दी गई।

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