निजीकरण के विरोध में अब एलआईसी के कर्मचारियों का प्रदर्शन

दिनेश कुमार प्रजापति
बिजनौर।
 केंद्र सरकार की आर्थिक जन विरोधी नीतियों एवं निजीकरण के विरोध में भारतीय जीवन बीमा निगम से जुड़े कर्मचारियों ने गुरुवार को एलआईसी कार्यालय पर जोरदार प्रदर्शन किया और कामकाज ठप्प कर एक दिवसीय हड़ताल पर रहे। 

प्रदर्शन कर मेरठ डिवीजन इंश्योरेंस एंपलाइज यूनियन के अध्यक्ष परवेन्द्र सिंह व सचिव मोहित त्यागी ने बताया कि सार्वजनिक क्षेत्र के संस्थानों पर एक के बाद एक हमले किए जा रहे हैं और उन्हें बर्बाद किया जा रहा है। निजी कम्पनियों के हाथों बेचा जा रहा है। 

केंद्र सरकार से मांग है कि देश के सार्वजनिक उपक्रमों का निजीकरण एवं एफडीआई तत्काल वापस लिया जाए। इस दौरान एलआईसी कर्मचारियों ने भाजपा सरकार के खिलाफ जोरदार नारेबाजी कर निजी करण का विरोध जताया।

नरेश कुमार वत्स ने बताया एलआईसी के देश भर में 40 करोड़ से अधिक कौन सी धारा का तथा 3200000 करोड़ से अधिक की संपदा है एलआईसी प्रतिवर्ष सरकार पंचवर्षीय योजनाओं में योगदान करती 1956 में निजी कंपनियों को तत्कालीन सरकार द्वारा एलआईसी एक्ट 1956 के माध्यम से राष्ट्रीयकरण केंद्र सरकार देश भर के करोड़ों बीमा धारकों के हितों की अनदेखी कर एवं राष्ट्र के विकास में महत्वपूर्ण योगदान एलआईसी को आईपीओ के माध्यम से कमजोर करने का प्रयास कर रही है जिसका संपूर्ण देश में विरोध हो रहा है।

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