पांच सूत्र अपनाकर जीवन में लाएं समता: जैन संत कुलचंद्र

रामपुर। महाराष्ट्र व गुजरात से अपने संघ के साथ पदयात्रा करते बिलासपुर नगर पहुंचे जैन संत आचार्य कुलचंद्र सूरीश्वर महाराज व उनके संघ का जैन समुदाय ने केमरी तिराहे पर भव्य स्वागत किया। वह एक दिनी प्रवास पर यहां ठहरे हुए हैं।

जैन संत व उनके संघ के आने की सूचना पर स्थानीय जैन समुदाय के लोग नगर के केमरी तिराहे पर जाकर एकत्र हो गए। वहां संत और दस सदस्यीय संघ के पहुंचने पर श्रद्धालुओं ने धार्मिक जयकारों के साथ उनका स्वागत किया। इसके बाद उन्हें अपने साथ माठखेड़ा रोड स्थित जैन स्थानक ले गए। वहां संत आचार्य कुलचंद्र सूरीश्वर महाराज ने अपने प्रवचन दिए। इसमें उन्होंने कहा कि जीवन व समाज में शांति, समता, स्थायित्व और संस्कार लाने के लिए पांच सूत्र अपनाए जाने आवश्यक हैं। इनमें स्वयं को भय से मुक्त करना, अहंकार को छोड़ देना, संग्रह की वृत्ति को त्यागना, दया का भाव रखना तथा जीवन में धर्म को प्रभावशाली बनाया जाना शामिल है।

उन्होंने यह भी कहा कि भाषण व भोजन में संतुलन भी जीवन में लय पैदा करता है। असंतुलित भोजन शरीर को और अवांछित भाषण या बोलना दिमाग को नष्ट कर देता है। एसएस जैन सभा के प्रवक्ता विनोद जैन ने बताया कि महाराज नगर में एक दिनी प्रवास पर हैं। सवेरे वह उत्तराखंड के रूद्रपुर के लिए प्रस्थान करेंगे। स्वागत व प्रवचन के दौरान धर्मपाल जैन, रामनिवास जैन, संदेश जैन, राजेश जैन, रमेश चंद्र जैन, महेन्द्र कुमार जैन, हिमांशु जैन, दिनेश जैन, अजित जैन, राजकुमार जैन, अमित जैन आदि शामिल रहे।

Post a Comment

0 Comments