दिनेश कुमार प्रजापति बिजनौर। ज़िले की धामपुर तहसील क्षेत्र स्थित ग्राम सलाराबाद निवासी दलित बस्ती के लोग अपनी फ़रयाद लेकर अधिकारियों के दफ़्...

दिनेश कुमार प्रजापति
बिजनौर। ज़िले की धामपुर तहसील क्षेत्र स्थित ग्राम सलाराबाद निवासी दलित बस्ती के लोग अपनी फ़रयाद लेकर अधिकारियों के दफ़्तर के चक्कर लगा रहें है।लेकिन बावजूद इसके ग्रामीणों की फ़रियाद बे- असर साबित हो रही है।
दरअसल कुछ दबंग प्रवर्ति के लोगों की मनमानी के चलते दलित बस्ती की निकासी का पानी व बरसात का पानी लम्बे समय से बस्ती में ही एकत्रित हो रहा है ग्रामीणों का आरोप है कि कुछ दबंगो ने उनकी बस्ती का पानी रोक रखा है उसकी निकासी नही होने दे रहे हैं।
अधिकारियों से शिकायत के बाद भी उनकी समस्या का निस्तारण नही हो रहा है क्योंकि प्रभावी लोग अधिकारियों को अपने दबाव में ले लेते हैं।जिसकी वजह से आलम यह है कि दलित बस्ती के रास्तों पर लगभग एक फिट दूषित पानी भरा है जिससे ग्रामीणों को भयंकर बीमारियों का डर सता रहा है।
वहीं 19 फरवरी को दलित बस्ती निवासी राखी पुत्री वीरेंद्र सिंह बाल्मीकि के यहाँ ग्राम हसनपुर से बारे आनी है, ऐसे में बिटिया के परिवार को यह फ़िक्र सता रही है कि बारात उनकी चौखट तक आख़िर कैसे पहुँचेगी क्योकि घर तक तक आने वाले रास्ते पर दूषित पानी भरा हुआ है।
गौरतलब है कि एक दिन पूर्व ग्रामीणों ने ज्ञापन सौंपते हूऐ एसडीएम से अपनी समस्या के निस्तारण के लिए गुहार लगायी थी फ़िलहाल अब ग्रामीणों की आस स्थानीय अधिकारियों से जुड़ी हुई है कि अधिकारी उन्हें उनकी इस समस्या से छुटकारा दिलाएंगे और बिटिया की बारात दलित बस्ती तक पहुंचेगी।
समस्या से जूझ रही महिलाओं व ग्रामीणों ने पत्रकारों की मौजूदगी में गांव के प्रदर्शन करते हुऐ कड़ी नाराज़गी जतायी। वहीं दलित बस्ती की सूरते हाल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ” स्वछ भारत मिशन” योजना को आईना दिखा रही है,अब देखना होगा कि प्रधानमंत्री की इस मुहिम को आमली ज़ामा पहनते हूऐ क्या अधिकारी ग्रामीणों की इस समस्या का निस्तारण करते है या कोविड 19 जैसी भयंकर बीमारी के इस दौर में ग्रामीणों को दूषित पानी से होने वाली किसी अनहोनी बीमारी से जूझने के लिए छोड़ देते है।