बाराबंकी। जब एक माँ अपने बच्चे को हैदरगढ़, बाराबंकी में होमवर्क नहीं करवा पाई, तो उसने शिक्षा सीखने के लिए स्कूल में दाखिला लिया। अधिकारिय...

बाराबंकी। जब एक माँ अपने बच्चे को हैदरगढ़, बाराबंकी में होमवर्क नहीं करवा पाई, तो उसने शिक्षा सीखने के लिए स्कूल में दाखिला लिया। अधिकारियों से अनुमति मिलने के बाद स्कूल टीचर ने उसे अनुमति दे दी। यह अब कक्षा 2 में है।
हैदरगढ़ क्षेत्र के पूरेअजान का पुरवा मजरे रानीपुर गांव की 26 वर्षीय सीतापति से बच्चों ने होम वर्क कराने को कहा तो पढ़ी.लिखी न होने के कारण वह नहीं करा सकी।
इस शर्मिंदगी से बचने के उन्होंने पढ़ाई करने का संकल्प लिया और उसी स्कूल में अपना दाखिला कराया जहां उसके बच्चे पढ़ते थे।
एक साल में ही न सिर्फ वह अक्षरों को भली भांति पहचानने और पढ़ने लगी हैं बल्कि बच्चों का होमवर्क कराने में भी मदद कर रही हैं।