वैलेंटाइन डे पर जानिए अजब लव स्टोरी, ऑटो रिक्शा वाले की चाहत 1 रूपया का सिक्का

नई दिल्ली।  गणित को साहित्य के नजर से, साहित्य को गणित के नजर से देखिये जीवन का रहस्य मालूम पड़ेगा। 

"दो में दो जुड़े तो यूं ही चार होता है,
दो नयनों का जुड़ जाना नैनाचार होता है। 
Math के कैलकुलेशन सी उलझी जिंदगी
प्लस-माइनस करते जीवन की नईया पार होती है। 

आज “वैलेंटाइन डे” है। इस खास मौके पर हम आपको एक ऐसे ऑटो रिक्शा वाले के अनोखे प्यार के बारे में  बताने जा रहे हैं।  जिसके गणित के प्यार ने सिर्फ 1 रूपया में स्टूडेंट्स को इंजीनियर बना दिया। 

इन जवाब का नाम है आरके श्रीवास्तव, जो गुरु दक्षिणा में एक रुपया का सिक्का लेने को लेकर फेमस हैं। वह अभी तक 540 गरीब स्टूडेंट्स को इंजीनियर बना चुके हैं। 

बिहार के रोहतास जिले के रहने वाले आरके श्रीवास्तव देश में मैथेमैटिक्स गुरु के नाम से मशहूर हैं। खेल-खेल में जादुई तरीके से गणित पढ़ाने का उनका तरीका लाजवाब है। कबाड़ की जुगाड़ से प्रैक्टिकल कर गणित सिखाते हैं।  आर्थिक रूप से सैकड़ों गरीब स्टूडेंट्स को आईआईटी, एनआईटी, बीसीईसीई सहित देश के प्रतिष्ठित संस्थानों में पहुँचाकर उनके सपने को पंख लगा चुके हैं।

इनके द्वारा चलाया जा रहा नाइट क्लासेज अभियान अद्भुत, अकल्पनीय है। स्टूडेंट्स को सेल्फ स्टडी के प्रति जागरूक करने लिये 450 क्लास से अधिक बार पूरी रात लगातार 12 घंटे गणित पढ़ा चुके हैं। इनकी शैक्षणिक कार्यशैली की खबरें मीडिया में छायी रहती हैं।  विश्व प्रसिद्ध गूगल ब्वाय कौटिल्य के गुरु के रूप में भी देश इन्हें जानता है।

बिहार राज्य के रोहतास जिले में रहने वाले शिक्षक आरके श्रीवास्तव न सिर्फ भारत में बल्कि पूरी दुनिया के इंजीनियरिंग स्टुडेंट्स के बीच एक चर्चित नाम हैं। इनका ‘1 रूपया गुरु दक्षिणा’ प्रोग्राम विश्व प्रसिद्ध है। इसके तहत वे आर्थिक रूप से गरीब स्टूडेंट्स को 1 रूपया गुरु दक्षिणा लेकर इंजीनियर बना रहे। आरके श्रीवास्तव की लोकप्रियता का अंदाजा आप इसी बात से लगा सकते हैं कि देश के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद उनके शैक्षणिक कार्यशैली के तहत आर्थिक रूप से गरीब स्टूडेंट्स को 1 रूपया में इंजीनियर बनाकर राष्ट्र निर्माण मे योगदान के लिये प्रशंसा कर चुके है।

आपको वर्ल्ड रिकॉर्ड्स होल्डर बिहारी गुरु आरके श्रीवास्तव के गणित के प्रति प्रेम के बारे में बताते है। कभी गरीबी के कारण ऑटो रिक्शा से होने वाले इनकम से परिवार का भरण पोषण होता था, अब सैकङो आर्थिक रूप से गरीब स्टूडेंट्स को आईआईटी, एनआईटी, बीसीईसीई  प्रवेश परीक्षा में सफलता दिलाकर उनके सपनो को पंख लगा चुके है।   450 क्लास से अधिक बार पूरे रात लगातार 12 घंटे बिना रुके स्टूडेंट्स को गणित का गुर सिखाना कोई  चमत्कार से कम नहीं। पूरे कॉन्सट्रेशन के साथ पूरे रात गणित पढ़ाना आरके श्रीवास्तव के गणित के प्रति अद्भूत प्रेम को दर्शाता है।

गणित से प्यार करने वाले स्टूडेंट्स दिलों की विविधता को दर्शाने के लिए गणित के नए समीकरण (Equation) गढ़ सकते हैं। अगर आप गणित के विशेषज्ञ नहीं हैं तो निराश ना हों। अपने पसंदीदा समीकरण (Equation) और उनसे जुड़े दिल के आकार को चुनें और अपने साथी को ईमेल या एसएमएस करें। आपके साथी की नजर में आप भावुक के साथ ही समझदार भी बन जायेंगे।

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