दुनिया के सबसे समृद्ध देश अमेरिका के नागरिकों की आर्थिक स्थिति भी कोरोना के कारण कमजोर हुई है। महामारी के कारण बड़े पैमाने पर लोगों ने वहां...

दुनिया के सबसे समृद्ध देश अमेरिका के नागरिकों की आर्थिक स्थिति भी कोरोना के कारण कमजोर हुई है। महामारी के कारण बड़े पैमाने पर लोगों ने वहां रोजगार खो दिया और इससे अमेरिका में भुखमरी की समस्या पैदा हो गई।
दिसंबर के अंत में, 50 मिलियन से अधिक लोग खाद्य असुरक्षा का सामना कर रहे थे। हर छठा अमेरिकी भूख से जूझ रहा था। बच्चों के मामले में स्थिति और खराब है। हर चौथे अमेरिकी बच्चे को भूखे रहने के लिए मजबूर किया जाता है। यह बात अमेरिका के सबसे बड़े भूख राहत संगठन फीडिंग अमेरिका की रिपोर्ट में कही गई है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि जून से, अमेरिका में खाने के लिए जरूरतमंदों की संख्या बहुत तेजी से बढ़ रही है। फीडिंग अमेरिका नेटवर्क ने एक महीने में 54.8 मिलियन खाद्य पैकेट वितरित किए। यह महामारी शुरू होने से पहले की तुलना में 52% अधिक है।
जहां भी खाद्य सामग्री वितरित की जाती है, वहां इसे लेने के लिए लंबी लाइन होती है। संस्था शहर में क्रिसमस से ठीक पहले हर साल औसतन 500 लोगों को भोजन उपलब्ध कराती थी। इस बार यह आंकड़ा बढ़कर 8,500 हो गया। कुल मिलाकर, देश भर में ऐसे जरूरतमंद महामारी पहले की तुलना में दोगुनी हो गई है। वहीं, बच्चों सहित ऐसे जरूरतमंद परिवारों की संख्या तीन गुना बढ़ गई है।