नई दिल्ली डीवीएनए। लोकसभा स्पीकर ओम बिरला की बेटी अंजलि बिरला को लेकर सोमवार (जनवरी 4, 2021) को खबर आई थी कि उनका चयन यूपीएससी ने सिविल सर...

नई दिल्ली डीवीएनए। लोकसभा स्पीकर ओम बिरला की बेटी अंजलि बिरला को लेकर सोमवार (जनवरी 4, 2021) को खबर आई थी कि उनका चयन यूपीएससी ने सिविल सर्विसेज को लेकर किया है।
इसके बाद से सोशल मीडिया पर उनके चयन को लेकर सवाल उठ रहे हैं। यह दावा किया जा रहा है कि अंजलि का नाम परीक्षा के लिए उपस्थित हुए बिना चयनित उम्मीदवारों की सूची में शामिल किया गया है, क्योंकि वह भाजपा नेता की बेटी है।
फेसबुक पर ममता सेठी नाम के अकाउंट से ये पोस्ट की गयी है, जिसमें अंजलि की तस्वीरें अपलोड की गयी हैं, साथ ही लिखा है- बिनापरीक्षाकेIASमोदीहैतोमुमकिनहै
लोकसभा स्पीकर ओम बिरला की बेटी अंजली बिरला पहले ही प्रयास में बनीं IAS (वो भी बिना परीक्षा दिए)!!
कुछ विशिष्ट पक्ष, समाज और संगठन अपने अंधभक्तो को सिर्फ हिन्दू बनने के लिए ट्रेनिंग देता है पर वो अपने बच्चों को डायरेक्ट बीसीसीआई सचिव और आईएएस अधिकारी बना देते हैं और अंधभक्त लोग इसी को बहुत विकास समझ जाते हैं।
90 seat जो बैकडोर इंट्री के लिये रखा गया था रुझान आने लगा है। सत्ता का नशा देश का नाश कर के रखा है।
कई अन्य सोशल मीडिया एकाउंट्स से ऐसे ही दावे किए जा रहे हैं।
लवकुश नाम के ट्विटर अकाउंट से लिखा- ओम बिड़ला लोकसभा अध्यक्ष की बेटी बगैर परीक्षा के IAS बनी। बदलता भारत..अंधभक्तो बताओ जो प्रतिभागी दिल्ली जाकर कोचिंग करके रात दिन एक कर देते हैं IAS बनने के लिए उनका क्या कसूर है?
अब आपको बताते हैं कि सच्चाई क्या है। सोशल मीडिया पर जो आरोप लगाए जा रहे हैं, वे पूरी तरह से फर्जी हैं। रिजर्व लिस्ट का मतलब रिजर्व कोटा नहीं है।
वास्तव में, यूपीएससी दो सूची बनाती है। एक मुख्य सूची और दूसरी आरक्षित सूची। मुख्य सूची को तुरंत प्रकाशित किया जाता है, लेकिन आरक्षित सूची को गोपनीय रखा जाता है। यह सूची प्रकाशित होती है जब मुख्य सूची में सभी उम्मीदवारों को सीट आवंटित की जाती है।