दिल्ली : बर्ड फ्लू के प्रकोप के कारण एक तरफ लोग चिकन और अंडों से दूरी बनाए हुए हैं, दूसरी तरफ इस वायरस ने पोलट्री मार्केट में लोगों की परेश...

दिल्ली: बर्ड फ्लू के प्रकोप के कारण एक तरफ लोग चिकन और अंडों से दूरी बनाए हुए हैं, दूसरी तरफ इस वायरस ने पोलट्री मार्केट में लोगों की परेशानी बढ़ा दी है। ठंड का मौसम चिकन और अंडे बेचने वालों के लिए असली कमाई का मौसम होता है, लेकिन इस बार बर्ड फ्लू के कारण उनका कारोबार ठप पड़ गया है। अब तक 10 राज्यों केरल, राजस्थान, मध्य प्रदेश, हिमाचल प्रदेश, हरियाणा, गुजरात, उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, उत्तराखंड और दिल्ली में बर्ड फ्लाई की पुष्टि हो चुकी है, जिसके कारण चिकन और अंडे की कीमतें तेजी से गिर रही हैं। कई राज्यों में यह 60 रुपये किलो से भी कम हो गया है।
पिछले हफ्ते से देश के कई हिस्सों में पक्षियों के मरने की खबर ने जोर पकड़ा है। जिसके कारण पोल्ट्री बाजार ने चिकन और अंडे की कीमतों में भी कमी की है। महाराष्ट्र में चिकन की कीमतें 82 रुपये से बढ़कर 58 रुपये प्रति किलोग्राम हो गई हैं। गुजरात में यह 94 रुपये से बढ़कर 65 रुपये और तमिलनाडु में 80 रुपये से 70 रुपये हो गया है। इस बीच अंडे की कीमतों में भी भारी गिरावट दर्ज की जा रही है। तमिलनाडु के नामक्कल में एक अंडे की कीमत 5.10 रुपये से गिरकर 4.20 रुपये हो गई है। हरियाणा के बरवाला में एक अंडे की कीमत 5.35 रुपये से घटकर 4.05 रुपये हो गई है। पुणे में भी 4.50 रुपये में एक अंडा मिल रहा है।
बर्ड फ्लू के प्रकोप के कारण पुणे में एक किसान का कहना है कि उसके पास 40 हज़ार मुर्गियां हैं, लेकिन बर्ड फ़्लू के कारण वह लागत से कम पर चिकन बेच रहा है। किसान का कहना है कि उसे हर दिन एक किलो के लिए लगभग 74 रुपये खर्च करने पड़ते हैं। कोरोना के दौरान लगभग 30 लाख का नुकसान हुआ था। उस समय चिकन की कीमत 10-15 रुपये प्रति किलो तक पहुंच गई थी। जैसे-जैसे व्यवसाय में थोड़ा सुधार हो रहा था, अब बर्ड फ्लू ने परेशान कर दिया है।