लखनऊ। केन्द्रीय कांग्रेस वर्किंग कमेटी (सीडब्ल्यूसी) के सदस्य तथा आउट रीच एण्ड को-ऑर्डिनेशन कमेटी, उत्तर प्रदेश के प्रभारी प्रमोद तिवारी न...

लखनऊ। केन्द्रीय कांग्रेस वर्किंग कमेटी (सीडब्ल्यूसी) के सदस्य तथा आउट रीच एण्ड को-ऑर्डिनेशन कमेटी, उत्तर प्रदेश के प्रभारी प्रमोद तिवारी ने कहा है कि आज आम जनता के लिये एक ‘‘काला दिन’’ है, जब भारतीय जनता पार्टी सरकार में एक सप्ताह में चौथी बार पेट्रोल एवं डीजल के दाम बढ़कर अपने अधिकतम कीमत पर पहुंच गये हैं।
आज मुम्बई में पेट्रोल रु. 92.28 प्रति लीटर और डीजल 82.40 प्रति लीटर हो गयी है, जबकि दुनिया के बाजार में कच्चे तेल की कीमत 52.21 डालर प्रति बैरल है। इस हिसाब से लगभग रु. 35 प्रति लीटर में पेट्रोल बेंचा जा सकता है किन्तु प्रति लीटर 60 रुपये बढ़ाकर उसे बेंचा जा रहा है जिससे अडानी और अन्य की कंपनियों को फायदा पहुंचाया जा सके।
श्री तिवारी ने आईपीएन को दिए अपने बयान में कहा कि चुनाव के पूर्व भारतीय जनता पार्टी का 56 इंची वायदा था कि पेट्रोल रु. 25 प्रति लीटर बेंचा जायेगा और आज 92 रुपये से भी अधिक में बेंचा जा रहा है। यह भारत की जनता के साथ एक और विश्वासघात है।
श्री तिवारी ने कहा है कि पेट्रोल की कीमत बढ़ाकर जहां आम एवं मध्यम उपभोक्ता पर बोझ डाला जा रहा है वहीं डीजल की कीमत बढ़ाकर किसानों को और सामान्य उपभोक्ताओं की जेब पर डाका डाला जा रहा है क्योंकि डीजल का प्रयोग ट्रक, ट्यूबवेल एवं ट्रैक्टर आदि में किया जाता है जिससे सिंचाई, माल की ढुलाई आदि महंगी हो जाती है, और इसका दुश्प्रभाव किसानों एवं सामान्य उपभोक्ता पर पड़ता है। और यह आम जनता पर सरकारी सहयोग से ‘‘खुली लूट’’ है।
साक्षी महराज का बयान नेताजी सुभाष चन्द्र बोस की शहादत का अपमान
श्री तिवारी ने कहा है कि आज भारतीय जनता पार्टी के नेता एवं सांसद साक्षी महराज द्वारा दिया गया बयान नेताजी सुभाष चन्द्र बोस की शहादत का अपमान है। जहां उन्होंने कहा है कि नेता जी को कांग्रेस ने मरवाया है।
लगता है कि अधिक सर्दी में साक्षी महराज अपना मानसिक संतुलन खो बैठे हैं, और शायद इसीलिये उन्हें याद नहीं है कि ‘‘नेता जी कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में नहीं बल्कि ब्रिट्रिश हुकूमत के ‘‘राज’’ में विदेश की धरती पर एक हवाई हमले में गम्भीर रूप से घायल हुये थे।
इस प्रकरण की जांच में कई ‘‘कमीशन’’ बैठाये गये, और प्रकरण सर्वोच्च न्यायालय और उच्च न्यायालय में गया तथा संसद में भी यह मामला उठाया गया था। कांग्रेस सरकार के बाद भारतीय जनता पार्टी की कई बार सरकारें केन्द्र में आयीं किन्तु किसी भी समझदार व्यक्ति/नेता ने ऐसा घटिया आरोप नहीं लगाया। लगता है कि भारतीय जनता पार्टी में अपनी अपेक्षा के कारण साक्षी महराज ऐसा स्तरहीन बयान देकर झूंठी और फर्जी सुर्खिया बटोरना चाहते हैं जो उन्हें शोभा नहीं देता।
श्री तिवारी ने कहा कि मैं उन्हें याद दिला दूं कि जब नेता जी ने ‘‘आजाद हिन्द फौज’’ बनाया था और ऐलान किया था कि ‘‘तुम मुझे खून दो- मैं तुम्हें आजादी दूंगा’, और नेता जी ने आम भारतीयों से आजाद हिन्द फौज में भर्ती होने का आह्वान किया था तब जिस संगठन के साक्षी महराज जी बहुत करीब हैं उस संगठन ने अंग्रेजों की फौज में भर्ती होने की वकालत की थी।
मैं साक्षी महराज से कहना चाहता हूं कि जिस संगठन से वे जुड़े हुये हैं और उसके बहुत करीब है, उसके मुख्यालय पर कई वर्षो तक ‘‘स्वतंत्र दिवस’’ (15 अगस्त) और ‘‘गणतंत्र दिवस’’ (26 जनवरी) को ‘‘राष्ट्रीय ध्वज’’ नहीं फहराया गया। साक्षी महराज जरा उसे भी याद कर लें और देशववासियों से इसके लिये क्षमा मांग लें।