बांदा। (डीवीएनए)जिले के बीहड़ जंगलों में एक बार फिर से गोलियों की तड़तड़ाहट गूंजने लगी है। मां की ग्राम प्रधानी बरकरार रखने के लिए पाठा के ज...
बांदा। (डीवीएनए)जिले के बीहड़ जंगलों में एक बार फिर से गोलियों की तड़तड़ाहट गूंजने लगी है। मां की ग्राम प्रधानी बरकरार रखने के लिए पाठा के जंगलों में तेजी से इनामी डकैत गौरी यादव खौफ का दूसरा नाम बनता जा रहा है।
गौरी के बढ़ते खौफ के साथ ही पुलिस ने उस पर शिकंजा कसने की तैयारी शुरु कर दी है। गौरी को पकड़ने के लिए पुलिस की कई टीमें गठित की गई हैं, जो जंगलों में कॉम्बिंग कर रही है।
खुद आईजी ने गौरी को पकड़ने के लिए औटोमेटिक राइफल हाथ में लेकर टीम के साथ जंगल में मार्च किया। गौरी पर ईनाम की राशि 25 हजार से बढ़ाकर 5 लाख किए जाने के लिए शासन को सिफारिश भेजी गई है।
गौरी को पनाह देने वाले यादव बाहुल्य गांवों पर पुलिस ने आंखें जमा ली हैं। गौरी पर 45 से अधिक आपराधिक केस दर्ज हैं। बता दें कि गौरी की मां रज्जो देवी है निवर्तमान ग्राम प्रधान हैं।
संवाद:- विनोद मिश्रा