अज़हर मलिक काशीपुर। युवा किसान आंदोलन के समर्थन में तिरंगा लेकर अल्मोड़ा से दिल्ली पैदल ही निकल पड़ा है। पिछले काफी समय से केंद्र सरकार क...

अज़हर मलिक
काशीपुर। युवा किसान आंदोलन के समर्थन में तिरंगा लेकर अल्मोड़ा से दिल्ली पैदल ही निकल पड़ा है।
पिछले काफी समय से केंद्र सरकार के द्वारा पारित कृषि कानूनों के विरोध में उसे रद्द करने की मांग को लेकर दिल्ली बार्डर पर प्रदर्शन कर रहे किसान आंदोलन के समर्थन में एवं आंदोलन के दौरान हुई किसानों की मौत से आहत अल्मोड़ा जिले के सल्ट विधानसभा का एक युवा किसान दिल्ली के लिए पैदल ही हाथ में तिरंगा लेकर चल पड़ा। युवा किसान ने किसान आंदोलन को समर्थन देने को पैदल ही दिल्ली जाने का लंबा सफर करने का फैसला लिया है।
आपको बता दें कि अल्मोड़ा जिले के सल्ट विधानसभा क्षेत्र के गांव शशिखाल निवासी पीतांबर दत्त छोटे किसान हैं। रविवार दोपहर लगभग 12 बजे वह रामनगर से चलकर काशीपुर पहुंचे। यहां पीतांबर ने बताया कि बीते दिनों दिल्ली के गाजीपुर बार्डर पर 75 किसान आंदोलन के दौरान शहीद हो गए।
इस बात से वह बहुत व्याकुल हैं। इसके बाद उन्होंने किसानों के समर्थन में कुछ करने का मन बनाया। समर्थन को प्रभावशाली बनाने के लिए पैदल यात्रा करने की ठानी। इसके बाद रविवार सुबह 6:00 बजे पिताम्बर हाथ में तिरंगा लेकर गांव से दिल्ली बार्डर के लिए निकल पड़े। पितांबर का कहना है कि उनकी इस पैदल यात्रा से शायद किसानों के आंदोलन को कुछ ताकत मिले।
अल्मोड़ा के सल्ट विधान सभा क्षेत्र के बारे में पीतांबर कहते हैं कि क्षेत्र में लगभग 94 फीसद जमीनें बंजर हो चुकी हैं। गोवंशीय पशुओं को बेसहारा छोड़ दिया गया है। उन्होंने बताया कि रास्ते में मिलने वाले किसान उनका हौसला बढ़ा रहे हैं। रास्ते में रामनगर स्थित पीरुमदारा में आम आदमी पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष शिशुपाल सिंह रावत ने शाल ओढ़ाकर उनका सम्मान किया है। रास्ते में एक किसान ने उन्हें खाना खिला कर हौसला बढ़ाया है।