काशीपुर। केंद्र सरकार की किसान विरोधी नीतियों से नाराज ग्रामीण मंडल अध्यक्ष, महामंत्री एवं पूर्व मंडल अध्यक्ष समेत ब्लाक क्षेत्र के करीब द...

काशीपुर। केंद्र सरकार की किसान विरोधी नीतियों से नाराज ग्रामीण मंडल अध्यक्ष, महामंत्री एवं पूर्व मंडल अध्यक्ष समेत ब्लाक क्षेत्र के करीब दो सौ किसानों ने भाजपा का दामन छोड़ दिया। वह अब किसान मोर्चा एवं भाकियू के साथ किसान हिते की लड़ाई लडेंगे।
किसानों ने 25 जनवरी को ट्रेक्टर से दिल्ली पहुंचने की अपील की है। सोमवार को हीरा गार्डन में एकत्र किसानों ने कहा कि मोदी सरकार किसानों के साथ दमन कारी नीति को अपना रही है। वह किसान बिल को वापस नहीं ले रही है। इससे नाराज होकर भरतपुर मेघावाला मंडल के अध्यक्ष गुरपेज सिंह, महामंत्री मुख्तयार सिंह उपाध्यक्ष, गुरजीत हुंडल, पूर्व मंडल अध्यक्ष प्रेम सहोता समेत ब्लाक के करीब 25 गांवों के भाजपा से जुड़े किसानों ने अपनी सदस्यता से इस्तीफा देने की बात कही।
किसानों ने कहा कि मोदी सरकार किसान बिल को अड़यल रवैया अपनाये हुए है। उन्होंने साफ कहा कि जो सरकार किसानों के खिलाफ रहेगी वह उस पार्टी के साथ नहीं रहेंगे। उन्होंने मोदी सरकार के खिलाफ जमकर नारेबजी की। मंडल अध्यक्ष गुरपेज सिंह ने बताया कि किसानों के हितों पर कुठाराघात होने से उनका पार्टी में दम घुट रहा था। पार्टी किसानों के हित में नहीं है। करीब साठ किसान अपनी शहादत दे चुके है। फिर भी सरकार काले कानूनों को वापस नहीं ले रही है।
मंडल महामंत्री मुख्तार ने बताया कि अब वह केंद्र सरकार के खिलाफ अभियान चलायेगी। भाजपा छोड़ने वालों में गुरपेज सिंह, गुरजीत, मुख्तयार, प्रेम सहोता, दलजीत, बनजिंदर, सुखवीर लाडी, देवेंद्र सिंह, तलजिंदर, शीतल सिंह बड़वाल,छिंदरपाल सिंह, इंदरपाल, हरविंदर, जसपाल, गौरव, टेकचंद, विकास आदि शामिल है।
भाजपा कार्यक्रमों का विरोध करेंगे
भाजपा छोड़ने के दौरान किसानों ने भाजपा कार्यकर्ता एवं पदाधिकारियों की दुकानों से सामान न लेने एवं भाजपा के कार्यक्रमों का विरोध करने की बात कही। कहा कि किसान अब लंबी लड़ाई लड़ने के मूड में है।