आदित्यनाथ सरकार गब्बर और बिजली विभाग कालिया : आप

लखनऊ (आईपीएन)। आम आदमी पार्टी उत्तर प्रदेश के मुख्य प्रवक्ता वैभव माहेश्वरी ने तीन अहम मुद्दों को लेकर प्रेस कॉन्फ्रेंस की। वैभव माहेश्वरी ने कहा कि 15 दिसंबर से पहले योगी सरकार तमाम गैर जरूरती मुद्दे जैसे, लव-जेहाद, मंदिर-मस्जिद, गाय, गोबर और गोमूत्र पर बहस करती रहती थी। लेकिन जब दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव लड़ने का एलान किया तो यह बहस बदलकर स्कूल और अस्पतालों पर आ गई। यूपी सरकार को अपने हालात और नीयत पर भी एक नजर डालनी जरुरी है।
योगी सरकार पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि आज बागपत जिले में एबीवीपी के बैनर तले कुछ छात्रों ने एक जगह पर जैन मंदिर बनने का विरोध करते हुए हमला कर दिया। उन्होंने जैन मंदिर में मूर्ति लगाने का विरोध किया और कहा कि यहां पर सिर्फ दूसरे भगवान की मूर्ति ही लग सकती है। मैं पूछना चाहता हूं कि भगवानों में फर्क कहां से आ गया? जैन मंदिर बनने से क्या एतराज हो सकता है? यूपी पुलिस की मौजूदगी में गुंडागर्दी की गई। यह योगी आदित्यनाथ की सरकार में पहली बार नहीं हुआ है कि धार्मिक आधार पर मारपीट और गुंडागर्दी की गई। 
वैभव ने कहा कि दूसरा अहम मुद्दा बिजली है। उत्तर प्रदेश की सरकार देश में सबसे ज्यादा महंगी बिजली देती है। वहीं, दिल्ली में लोगों को देश की सबसे सस्ती बिजली मिलती है। महंगी बिजली देने के बाद भी विभाग को चैन नहीं पड़ा और अब वह एक कंपनी से साठ-गांठ करके जापानी स्मार्ट मीटर लेकर आए हैं। यह नया मीटर पुराने मीटरों से 30-40 प्रतिशत ज्यादा तेज चलता है। यानी लोगों का पहले जो बिल 1000 रुपए का आया करता था अब वह 1500 रुपये का आएगा। उत्तर प्रदेश सरकार का बिजली विभाग आम जनता को लूट रहा है। आज बिजली विभाग का अपने ही सरकारी विभागों पर 14 हजार करोड़ रुपए बकाया हैं। अब यह अपने विभागों में भी स्मार्ट मीटर लगाने जा रहे हैं। मतलब जो घाटा पहले 14 हजार करोड़ रुपए का था अब वह बढ़कर 20 से 22 हजार करोड़ रुपए हो जाएगा। उन्होंने सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि ये कहना गलत नहीं होगा कि आदित्यनाथ सरकार गब्बर की भूमिका में है और बिजली विभाग कालिया की।
वैभव ने कहा कि तीसरा मामला यह है कि अब उत्तर प्रदेश में भी शिक्षा पर बहस शुरु हो गई है। इस बहस की शुरुआत होते ही उत्तर प्रदेश के स्कूलों की हालत देश के सामने आने लगी है। प्रयागराज के मिंटो पार्क के एक स्कूल में 45 बच्चे पढ़ते हैं। स्कूल में 2 महिला शिक्षिका हैं। इनको टॉयलेट के लिए 500 मीटर दूर जाना पड़ता है। स्कूल में टॉयलेट तक नहीं है। यूपी सरकार ने इलाहाबाद का नाम बदलकर प्रयागराज तो कर दिया लेकिन स्कूल में टॉयलेट तक नहीं बना सकी।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में लगभग 55 हजार स्कूल ऐसे हैं जिसमें टॉयलेट की व्यवस्था या तो बिल्कुल भी नहीं है या फिर टॉयलेट टूटे-फूटे हैं। प्रदेश के मुख्यमंत्री जहां भी जाते हैं तो वह कहते हैं कि आपको यूपी के मॉडल से सीखना चाहिए। क्या आपके कहने का यह मतलब है कि उत्तर प्रदेश में गुंडागर्दी, बारिश से स्कूलों में बने स्वीमिंग पूल, स्कूलों के जर्जर टॉयलेट से अन्य राज्यों को सीखना चाहिए? आपको दिखावे के लिए ही सही स्कूल की हालत सही करनी चाहिए। आपको चिकित्सा क्षेत्र में अच्छा काम करना चाहिए तब जाकर आप दिल्ली सरकार से बहस के लायक बन पाएंगे। आपकी सरकार का सिर्फ 1 साल ही बचा है। आम आदमी पार्टी उत्तर प्रदेश की राजनीति में बदलाव लाने के लिए तैयार है।

Post a Comment

0 Comments