वाराणसी (डीवीएनए)। पति पत्नी के बीच का रिश्ता विश्वास का होता है, विश्वास टूटा कि कोई न कोई घटना जरूर हो जाती है, ऐसा ही एक मामला यहां भी सा...

घटना लोहता क्षेत्र के भिटारी गांव की दलित बस्ती में हुई जब खिलौना कारीगर राजेंद्र प्रसाद ने अपनी पत्नी आशा देवी के चरित्र पर संदेह होने के बाद उसकी हत्या कर दी। मृतका की आंखें निकाल ली गई थीं तथा मुंह में कपड़े ठुंसे हुए थे। मृतका के तीन बेटे और एक बेटी हैं। बेटी की शादी हो चुकी है। तीनों बच्चें मजदूरी करते हैं।
उन्होंने कहा कि राजेंद्र ने आशा के मुंह में कपड़े ठुंस कर सिर पर किसी वजनी चीज से वार हत्या कर दी। मृत्यु के बाद अपने आंगन में गड्डा खोद कर शव को दफन कर रहा था तभी 13 साल का उसका सबसे छोटा बेटा अमर कहीं से आ गया। शव को दफन कर फावड़े से मिट्टी पाट रहे पिता से उसने मां के बारे में पूछा तो उसने कोई संतोषजनक जवाब नहीं दिया। बताया कि वह ज्वैलरी की दुकान पर गई है। अमर ने संदेह होने पर पिता से आंगन में मिट्टी पाटने का कारण पूछा। पूछते ही आरोपी साइकिल लेकर फरार हो गया। इसके बाद बेटे ने फावड़े से मिट्टी हटायी तो उसमें मां का क्षतविक्षत शव पड़ा मिला।