काशीपुर। डीवीएनए इकलोती बेटी की शादी में शरीक होना प्रत्येक मॉ बाप का सपना होता है। लेकिन कोरोना ने एक दम्पत्ति के सपनों पर पानी फेर दिया।...

इकलोती बेटी की शादी में शरीक होना प्रत्येक मॉ बाप का सपना होता है। लेकिन कोरोना ने एक दम्पत्ति के सपनों पर पानी फेर दिया।
आस्ट्रेलिया में काम करने वाली बेटी की शादी पक्की हुई तोदंपत्ति के सपनों को पंख लग गए। वह दिल्ली गए। लेकिन आस्ट्रेलियन दूतावास ने वीजा होने के बाद भी कोरोना की बात कहते हुए उन्हे परमीशन देने से इंकार कर दिया। दम्पत्ति ने घर आकर ऑन लाइन ही बेटी की शादी देखी। तथा नव दम्पत्ति को आर्शीवाद दिया।
मोहल्ला नईबस्ती पानी की टंकी के पास रहने वाले किसान और कारोबारी अशोक सिधू की दो बच्चें है। बेटा सागर जसपुर में अपना काम सभांलता है, तो बेटी सपना पिछले कई वर्षो से आस्ट्रेलिया के सिडनी की कंस्ट्रक्शन कंपनी में सेल्स एक्सिक्यूटिव मैनेजर है। शनिवार को उसकी सिडनी निवासी जोजी से शादी थी। जोजी फिटनेस एंड डाइट एक्सपर्ट के साथ साथ साइबर सुरक्षा सेल में काम करते है। बेटी की शादी को लेकर अशोक सिद्वू और परिवार तैयारी में जुटे थे। बताते है कि उनके पास आस्टे्रलिया जाने का वीजा भी था। उन्हे अब केवल टिकट के इंतजाम करने थे। अशोक सिधू ने बताया कि उनके पास पहले से ही वीजा था। आस्ट्रेलिया दूतावास ने उन्हे आस्ट्रेलिया जाने की इजाजत नहीं दी। साथ ही एयर लाइंस कंपनी ने भी उन्हे टिकट मुहैया नहीं करवाये। इससे उनके सपनों पर पानी फिर गया। बताया कि आस्टे्रलिया दूतावास अफसर कोरोना को लेकर काफी सर्तक थे। उन्होंने बताया कि हताश होकर उन्होंने परिवार के साथ घर पर ही शनिवार को अपनी बेटी और दामाद की शादी ऑनलाइन देखी। तथा वर वधु को सुखद भविष्य का आर्शीवाद दिया। अशोक सिधू ने बताया कि माह फरवरी में नवदम्पत्ति जसपुर आयेगा। उनके आने पर जसपुर में वैवाहिक समारोह आयोजित कर वह अपनी हसरतों को पूरा करेंगे।
डिजिटल वार्ता ब्यूरो/फैज़ान