धान बिक्री के मामले की जांच में हीला हवाली पर ज्ञापन

राजेश तिवारी
अतर्रा (बांदा)।
भारतीय खाद्य निगम के मंडी स्थित धान क्रय केंद्र में छापेमारी के दौरान एसडीएम व जिला विपणन अधिकारी द्वारा पकड़े गए धान को नोडल अधिकारी मंडी सचिव ने किसान को सुपुर्द कर दिया गया। जबकि भारतीय किसान यूनियन ने जांच की निष्पक्षता पर सवाल खड़े किए हैं। उपजिलाधिकारी जेपी यादव ने मामले की पुनः जांच कराने की बात कही है।                   

बताते चलें मंगलवार को कृषि उत्पादन मंडी परिषद में संचालित एफसीआई धान क्रय केंद्र में उपजिलाधिकारी जय प्रकाश यादव व जिला विपणन अधिकारी गोविंद उपाध्याय ने छापामारी कर डग्गे में लदे 80 बोरी धान को पकडा गया था जिसे मंडी सचिव के सुपुर्द कर एसडीएम ने जिलाविपणन अधिकारी को कडी कार्यवाही के निर्देश दिए थे । अधिकारियों द्वारा धान लेकर आए ब्यापारी अमन गुप्ता को कडी फटकार लगाई गई थी। जिला विपणन अधिकारी द्वारा नोडल अधिकारी मंडी सचिव रवींद्र तिवारी को जांच का जिम्मा सौंप पल्ला झाड़ लिया था।

गुरुवार को मंडी सचिव रवींद्र तिवारी ने किसान अविरल पाण्डेय निवासी पारा विसंडा को धान का मालिक बता सौंप दिया जिसे किसान ने पुनः एफसीआई केंद्र में बिक्री हेतु रखा दिया गया है । केंद्र प्रभारी नरेंद्र कुशवाहा ने बताया कि किसान का धान केंद्र में विक्रय के लिए लाया गया है।मंडी सचिव ने एसडीएम की संस्तुति पर किसान को धान विक्रय का अधिकार दिया गया है। टोकन पहले का होने के कारण धान की तौल पहले काराई जाएगी । भारतीय किसान यूनियन के महेंद्र त्रिपाठी ने क्रय केंद्रों में हो रहे भ्रष्टाचार का आरोप लगाया तथा मंडी सचिव की जांच को संदेह पूर्ण करार देते हुए पकडे गये धान की जांच उच्चाधिकारी से कराए जाने की मांग की है। नोडल अधिकारी मंडी सचिव रवींद्र तिवारी ने कहा कि जांच में धान किसान अविरल पांडेय का पाया गया है जिसे धान सौप दिया गया है।



source https://upuklive.com/uttarpradesh/memorandum-on-heila-hawali-in-the-investigation-of-the-sale/cid1789958.htm

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