बुरे फंसे राहुल-प्रियंका समेत कांग्रेस के 203 नेता, पुलिस ने लिया ये बड़ा फैसला

नई दिल्ली. कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और महासचिव प्रियंका गांधी के खिलाफ ग्रेटर नोएडा में एक प्राथमिकी दर्ज की गई है। यह प्राथमिकी इचोटेक वन थाने में दर्ज की गई है। पुलिस ने राहुल और प्रियंका गांधी सहित 203 कांग्रेस नेताओं के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है। पुलिस ने इन लोगों के खिलाफ एफआईआर में कई गंभीर धाराएं लगाई हैं। मामला गौतमबुद्धनगर पुलिस ने दर्ज किया है। इन नेताओं के खिलाफ आईपीसी की धारा 188, धारा 269, 270 के तहत महामारी के दौरान धारा 144 का उल्लंघन करने और आम लोगों के जीवन को खतरे में डालने के लिए प्राथमिकी दर्ज की गई है।
 
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, पुलिस की ओर से कहा गया है कि राहुल गांधी और प्रियंका गांधी लगभग 200 कार्यकर्ताओं के साथ हाथरस जाने के लिए DND के माध्यम से नोएडा में दाखिल हुए थे। काफिले में लगभग 50 वाहन भी शामिल थे। पुलिस के अनुसार, इस काफिले में शामिल सभी लोगों से अपील की गई कि वे जिले में कोविद -19 की स्थिति से अवगत न कराएं, लेकिन काफिले में शामिल सभी कार्यकर्ताओं और वाहनों ने यातायात नियमों का उल्लंघन किया। और यमुना एक्सप्रेसवे की ओर तेजी से बढ़ रहा है, जिससे आम जनता के लिए यातायात बाधित हो रहा है।

पुलिस द्वारा आगे बताया गया है कि काफिले में शामिल दो वाहन नोएडा एक्सप्रेसवे में शामिल थे। इसके बाद, यमुना एक्सप्रेसवे के शून्य बिंदु पर काफिले को रोकने का प्रयास किया गया, जहां कांग्रेस पार्टी के सदस्यों को पुलिस के साथ छेड़छाड़ की गई। राहुल गांधी और प्रियंका गांधी ने अपने कार्यकर्ताओं के साथ यमुना एक्सप्रेसवे पर चलना शुरू कर दिया, जिसके कारण एक्सप्रेसवे के दोनों ओर ट्रैफिक जाम की स्थिति थी। इसमें कई एंबुलेंस भी फंस गईं।

पुलिस ने कहा कि जिले में धारा 144 लागू है और बिना अनुमति के ऐसे कई लोगों ने ऐसी संख्या को लागू करने की कोशिश की। उन्हें बताया गया कि यहां धारा 144 लागू है और आप उल्लंघन कर रहे हैं। हमारी तरफ से कानून-व्यवस्था की स्थिति बिगड़ने की भी बात कही गई थी, लेकिन इन लोगों पर कोई असर नहीं हुआ। राहुल गांधी, प्रियंका गांधी समेत 203 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है।

गौरतलब है कि राहुल और प्रियंका गांधी हाथरस गैंगरेप पीड़िता के परिवार वालों से मिलने के लिए हाथरस जा रहे हैं। लेकिन पुलिस ने उन्हें ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे पर रोक दिया। उन्हें पुलिस ने हिरासत में भी लिया, लेकिन बाद में रिहा कर दिया गया।

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