कंगना के बयान को लेकर गरमाई महाराष्ट्र की सियासत, राउत के बाद आठवले ने किया बड़ा ऐलान

मुंबई। फिल्म अभिनेत्री कंगना रनौत के मुंबई को लेकर दिए बयान से महाराष्ट्र में राजनीति गर्मा गई है। जहां कांग्रेस और एनसीपी ने कंगना के साथ भाजपा को घेरने की कोशिश की है, वहीं शिवसेना सांसद संजय राउत और कंगना के बीच सोशल मीडिया पर वाकयुद्ध शुरू हो गया है। तो वहीं, केंद्रीय सामाजिक न्याय और अधिकारिता राज्य मंत्री रामदास अठावले भी इस युद्ध में कूद गए हैं।

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, रामदास अठावले ने कहा कि कंगना रनौत को मुंबई में बोलने और रहने का भी अधिकार है। कंगना ने जो भी कहा है, उसमें मुंबई और मुंबई पुलिस के बारे में कुछ भी नहीं है, यह सब राज्य सरकार के खिलाफ है। अठावले ने कहा कि रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया के कंगना कार्यकर्ताओं को पूरी सुरक्षा दी जाएगी।

रामदास अठावले ने शुक्रवार को संवाददाताओं से कहा कि राज्य में मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे की सरकार है। इसलिए शिवसेना प्रवक्ता संजय राउत कंगना रनौत को धमकी दे रहे हैं। जबकि कंगना रनौत ने राज्य सरकार के खिलाफ बोला है। हर नागरिक को लोकशाही में बोलने का अधिकार है, इसलिए कंगना रनौत को बोलने से कोई नहीं रोक सकता। अगर कंगना 9 सितंबर को मुंबई आती हैं, तो उनकी पार्टी के कार्यकर्ता उन्हें पूरी सुरक्षा देने जा रहे हैं।

वहीं, कांग्रेस का आरोप है कि कंगना बीजेपी की भाषा बोल रही हैं। इसलिए भाजपा भी कंगना के बयान का समर्थन कर रही है। कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता सचिन सावंत ने भाजपा विधायक राम कदम का नार्को टेस्ट कराने और भाजपा से माफी की मांग की है। सावंत ने कहा कि कंगना रनौत और भाजपा की आईटी सेल मिलकर काम कर रही हैं। कंगना ने महाराष्ट्र के 13 करोड़ लोगों, 106 शहीदों, रानी लक्ष्मीबाई और मुंबई के प्रशंसकों का अपमान किया है।

राम कदम का नार्को टेस्ट कराया जाना चाहिए। अगर राम कदम को दवाओं की आपूर्ति के बारे में इतना पता है, तो उनका नार्को टेस्ट जरूरी है। साथ ही बीजेपी और संदीप सिंह का कनेक्शन भी सामने आना चाहिए। महाराष्ट्र शिवाजी की भूमि है, बीजेपी द्वारा महाराष्ट्र का अपमान किया जा रहा है। बीजेपी के किसी नेता ने कंगना के बयान की आलोचना नहीं की। ऐसे में विपक्षी देवेंद्र फडणवीस सहित नेताओं को कंगना के साथ भाजपा का समर्थन करने के लिए राज्य के लोगों से माफी मांगनी चाहिए।

यहां कंगना रनौत के बयान को लेकर भाजपा में मतभेद सामने आए हैं। जहां पार्टी के विधायक राम कदम ने कंगना को रानी लक्ष्मीबाई बताया है, वहीं भाजपा विधायक आशीष शेलार ने कंगना के बयान की कड़ी आलोचना की है। शेलार ने कहा कि हम कंगना रनौत के मुंबई के बयान का समर्थन नहीं करते हैं। हम देख रहे हैं कि अभिनेता सुशांत सिंह की मौत की जांच कैसे चल रही है और अंतिम निष्कर्ष निकलने से पहले सभी नेताओं द्वारा कुछ अन्य दिशाओं में प्रयास किए जा रहे हैं।

शेलार ने आगे कहा कि कंगना को मुंबई, महाराष्ट्र और यहां के लोगों की कोशिश नहीं करनी चाहिए। कंगना को मुंबई और महाराष्ट्र में मत पढ़ाओ। शेलार ने शिवसेना सांसद संजय राउत पर हमला करते हुए कहा कि राउत को सुशांत सिंह मामले की जांच में सामने आने वाली सूचनाओं का सहारा लेकर जनता का ध्यान हटाने की कोशिश नहीं करनी चाहिए।

दूसरी ओर, कंगना रनौत और शिवसेना सांसद संजय राउत के बीच सोशल मीडिया युद्ध थमने का नाम नहीं ले रहा है। राउत ने जवाबी हमला किया कि मुंबई मराठियों का पिता है। जो लोग इससे सहमत नहीं हैं, उन्हें अपने पिता को दिखाना चाहिए। शिवसेना ऐसे महाराष्ट्र के दुश्मनों को श्रद्धांजलि दिए बिना नहीं रहेगी। वादा, जय हिंद जय महाराष्ट्र। इससे पहले कंगना ने ट्वीट किया कि कुछ लोगों ने मुझे मुंबई नहीं आने के लिए धमकी दी है। फिर भी मैं मुंबई आ जाऊंगा। अगर किसी के पिता में हिम्मत है, तो रुकिए और मुझे दिखाइए। राउत ने अब कंगना पर निशाना साधा है।

याद दिला दें कि कंगना ने शिवसेना सांसद संजय राउत की धमकी का हवाला देते हुए मुंबई की तुलना पाक अधिकृत कश्मीर से की थी। कंगना रनौत सुशांत सिंह मामले को लेकर मुंबई पुलिस और महाराष्ट्र सरकार के खिलाफ लगातार ट्वीट कर रही हैं और सुशांत सिंह मामले में लापरवाही बरतने का आरोप लगाते हुए बॉलीवुड के पहचान वाले सितारों को ड्रग्स कनेक्शन से बचा रही हैं।

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