लखनऊ। उत्तर प्रदेश में टिड्डी दल भले ही भाग गए हैं, लेकिन उनके दोबारा हमले की संभावना कम नहीं हुई है। प्रदेश के कई जिलों में इन्होंने अपना ...

अपर कृषि निदेशक (कृषि रक्षा) सुनील अग्निहोत्री ने बताया कि टिड्डी दल जहां रुके हैं, उस जिले के अधिकारी को सर्तक रहने को कहा गया है। जहां कहीं भी ये रुके हैं, वहां इनके अंडे खोजकर उन्हें नष्ट किया जाएगा। किसानों को भी अलर्ट किया गया है। क्योंकि पहली बात गांव में टि अंडे नहीं देती हैं। ये खेत की मिट्टी में अंडे नहीं देती हैं। इस कारण इसकी संभावना नदी किनारे ज्यादा होती है। क्योंकि वे जमीन में धंसकर अंडे देती हैं, जमीन के नीचे अंडे देती हैं। इसे जोताई करके ही नष्ट किया जाता है। इसे लेकर प्रत्येक जिलों में सर्तकता बरती जा रही है। जनपदीय अधिकारियों को अलर्ट किया गया है। क्योंकि जनपद के कुछ गांवों में ही ये रुके हैं। अगर ये नदी किनारे होंगे तो विभाग व्यवस्था करेगा। किसान के खेतों में दिखे तो उसकी जोताई करा दी जाएगी। (आईपीएन)