प्रमुख बाजारों को खुलवाने का श्रेय लेने के लिए नेताओं में मची होड़

हापुड़। कोरोना को लेकर नए शासनादेश के बाद डीएम ने शहर के अधिकांश बाजारों व मोहल्लों को सोमवार की शाम को अनसील कर दिया। अब शहर का 75
प्रतिशत क्षेत्र सील क्षेत्र से बाहर हो गया है।

वहीं करीब साढ़े तीन माह से बंद पड़े बाजारों को खुलवाने के लिए लगातार प्रशासन से सभी दलों के नेताओं व व्यापारियों द्वारा किए जा रहे प्रयास को लेकर अब नेताओं में श्रेय लेने की होड़ सी मच गई है। सभी बयान देकर बाजार खुलवाने मेें अपनी महत्वपूर्ण भूमिका बता रहे।


बतां दे कि मार्च में शुरू हुए लॉकडाउन के बाद शहर में अप्रैल माह से कोरोना केस मिलने के बाद से शहर के अधिकांश क्षेत्र हॉटस्पाट, कंटेनमेंट जोन, बफर जोन में आने के कारणा सील कर दिए थे। सील क्षेत्र का दायरा 750 मीटर तक होने के कारण शहर के प्रमुख बाजार बंद चल रहे थे। लेकिन 24 जुलाई को शासन ने कंटेनमेेंट जोन व हॉटस्पॉट को लेकर नई गाइड लाइन जारी कर दी थी। लेकिन 27 जुलाई की अपराह्न तक जिला प्रशासन ने नई गाइड लाइन के अंतर्गत सील क्षेत्र का दायरा व अनसील क्षेत्रों के बारे में निर्णय नहीं लिया था।

लेकिन शाम को डीएम ने शहर के कई प्रमुख बाजारों व मोहल्लों को अनसील कर दिया। डीएम ने अपने आदेश में नए शासनादेश का हवाला दिया है। इधर बाजारों को खुलने के बाद सत्तारूढ़ दल समेत विपक्षी दलों के नेता, व्यापार मंडल आदि सभी बाजार खुलवाने का श्रेय बंटोरने का प्रयास कर रहे है। बतां दे कि पिछले साढ़े तीन माह में क्षेत्रीय सांसद राजेंद्र अग्रवाल,  सदर विधायक विजयपाल आढ़ती, नगर पालिका चेयरमैन प्रफुल्ल सारस्वत, भाजपा जिलाध्यक्ष उमेश राणा, प्रदेश के मंत्री वाईपी सिंह, कांग्रेस के नेता व पूर्व विधायक गजराज सिंह, जिलाध्यक्ष मिथुन सुबोध त्यागी, सपा जिलाध्यक्ष तेजपाल प्रमुख, पूर्व जिलाध्यक्ष सुबोध नागर, बसपा जिलाध्यक्ष एके कर्दम के अलावा हापुड़ उद्योग व्यापार प्रतिनिधि मंडल, व्यापारिक संगठन फेम आदि ने डीएम से कई बार मुलाकात की और ज्ञापन
भी दिए थे। हर बार इन सभी को आश्वासन ही मिलता रहा।


इधर, भाजपा के सदर विधायक विजयपाल आढ़ती ने दावा किया कि कंटेनमेंट जोन घटाने के लिए वह कुछ दिन पूर्व सीएम योगी आदित्यनाथ से मिले थे। योगी से
हापुड़़ के बाजार खुलवाने तथा सील क्षेत्र का दायरा कम करने की मांग की थी। सीएम ने उस वक्त जल्द कार्रवाई का आश्वासन दिया। इसके बाद ही शासन ने
कंटेनमेंट जोन छोटे करने का निर्णय लिया और हापुड़ के बाजार खुल सके। अब प्रशासन ने कंटेनमेंट जोन के बाहर बाजार को सुबह 9 बजे से रात्रि 8 बजे
तक खोले जाने के निर्देश दिए है। दूसरी तरफ साढ़े 3 माह से बंद का दंश झेल रहे दुकानदारों ने कहा कि  सभी के प्रयास से ही यह संभव हो सका है। इसलिए किसी का एक का योगदान नहीं सभीने व्यापारियों की आवाज उठाई है।

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