जयपुर. राजस्थान में सियासी संकट के बीच अब मुख्यमंत्री अशोक गहलोत जल्द ही शक्ति परीक्षण करा सकते हैं। सूत्रों के अनुसार, राजस्थान विधानसभा ...

जयपुर. राजस्थान में सियासी संकट के बीच अब मुख्यमंत्री अशोक गहलोत जल्द ही शक्ति परीक्षण करा सकते हैं। सूत्रों के अनुसार, राजस्थान विधानसभा सत्र शुरू हो सकता है। कहा जा रहा है कि सत्र 22 जुलाई से शुरू हो सकता है। इस दौरान सीएम गहलोत अपना बहुमत साबित कर सकते हैं। जानकारी के मुताबिक, सीएम गहलोत ने शनिवार को राज्यपाल कलराज मिश्र से मुलाकात की है और 103 विधायकों के समर्थन का दावा भी किया है।
राजस्थान की राजनीति पिछले कई दिनों से उथल-पुथल की स्थिति में है। एक तरफ, गहलोत सरकार अपनी ही पार्टी के बागी विधायकों और सचिन गहलोत के सख्त रवैये से चिंतित है, वहीं भाजपा भी लगातार सरकार को गिराने की साजिश रच रही है। इन सबके बीच अब जानकारी मिल रही है कि बुधवार से राजस्थान विधानसभा का सत्र बुलाया जा सकता है।
सूत्रों के मुताबिक, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत विधानसभा में बहुमत साबित करने के लिए तैयार हैं। उन्होंने राज्यपाल कलराज मिश्र से मुलाकात कर अपने 103 विधायकों के समर्थन का दावा भी पेश किया है। इसकी कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है। राज्यपाल और सीएम गहलोत के बीच हुई इस मुलाकात को राजभवन की ओर से शिष्टाचार भेंट बताया जा रहा है।
वहीं, कांग्रेस के बागी सचिन पायलट और उनके समर्थकों के 18 अन्य विधायकों ने अयोग्यता नोटिस के खिलाफ राजस्थान उच्च न्यायालय में याचिका दायर की है। यह मामला सोमवार 20 जुलाई को सुनवाई के लिए निर्धारित है। 21 जुलाई की शाम तक मामले में फैसला होने की संभावना को देखते हुए 22 जुलाई को सत्र बुलाने की योजना है। विधानसभा अध्यक्ष इसके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं कर सकते कोर्ट का फैसला आने तक विधायकों