भारत में फिर हिली धरती, धरों को भागे लोग, बार-बार आ रहे भूकंपों ने बढ़ाई वैज्ञानिकों की चिंता

नई दिल्ली। भारत के कई राज्यों में बुधवार देर रात एक बार फिर भूकंप के झटके महसूस किए गए। नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी (NCS) के अनुसार मिजोरम और नागालैंड में भूकंप के झटके महसूस किए गए। मिजोरम में चंपई में दोपहर करीब 1.14 बजे भूकंप के झटके महसूस किए गए, जिसकी तीव्रता 4.5 मापी गई। वहीं, नागालैंड में अपराह्न 3.30 बजे, 3.8 की तीव्रता के साथ भूकंप के झटके महसूस किए गए। भूकंप का केंद्र उत्तर- उत्तर पश्चिम वोखा से 9 किलोमीटर दूर बताया जाता है।

बता दें कि कोरोना संकट के बीच लगातार भूकंप आने से लोगों में भय का माहौल है। बुधवार को चंपई में भूकंप का झटका आया था। रिक्टर पैमाने पर इसकी तीव्रता 4.1 मापी गई। इससे पहले रविवार, सोमवार, मंगलवार को भी भूकंप आया था। सोमवार को भी मिजोरम में 5.5 की तीव्रता से भूकंप आया था। मंगलवार दोपहर करीब 11:30 बजे फिर से धरती हिल गई।

बता दें कि देश में पिछले दो से तीन महीनों में कई बार भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं। पिछले दो महीनों में पृथ्वी 15 से अधिक बार चली गई। विशेषज्ञों ने एक बड़े भूकंप की संभावना भी जताई। लेकिन, लगातार और लगातार आने वाले भूकंपों ने वैज्ञानिकों की चिंता भी बढ़ा दी है। हालांकि, अब तक आए भूकंपों की तीव्रता 5 या उससे कम रही है, जो खतरनाक नहीं है। लेकिन, वैज्ञानिकों का मानना ​​है कि इन छोटे भूकंपों को नजरअंदाज नहीं किया जाना चाहिए।

विशेषज्ञों का मानना ​​है कि दिल्ली-एनसीआर में सक्रियता के कारण 6.5 तीव्रता के भूकंप की संभावना है। दिल्ली एनसीआर हिमालय बेल्ट से बहुत खतरे में है। 6.5 तीव्रता का भूकंप भी आ सकता है। विशेषज्ञों के मुताबिक, दिल्ली भूकंप के जोन 4 में आती है, जहां मुरादाबाद, पानीपत और सोहना फॉल्ट लाइनें मौजूद हैं। इन दोषों में 6.5 तीव्रता का भूकंप है।

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