'अवध बिहारी' को मोहम्मद फैज़ ने रोज़ा तोड़कर किया ब्लड डोनेट

अमेठी। फैज अहमद पेशे से एक होटल के मैनेजर हैं। लाकडाउन के चलते होटल बंद है तो घर पर ही रहकर रमजान के रोजे रख रहे हैं। इस दरमियान साथी अफसर मिर्जा का फोन आया कि कैंसर पीड़ित बुजुर्ग अवध बिहारी को एक यूनिट ब्लड की जरूरत है।

फैज ने फोन काल अटेंड करने के बाद रोजा छोड़ा और तत्काल जिला अस्पताल पहुंचकर ब्लड देकर इंसानियत का फर्ज निभाया।  मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, जिले के पीपरपुर थाना क्षेत्र रेवारा गांव निवासी अवध बिहारी (62) पुत्र हरि प्रसाद पिछले कुछ समय से कैंसर जैसे गंभीर रोग से ग्रस्त हैं।

एकाएक उनका स्वास्थ्य बिगड़ा तो परिजन उन्हें तत्काल जिला अस्पताल सुल्तानपुर लेकर पहुंचे। इमरजेंसी में ड्यूटी कर रहे डाक्टरों ने स्वास्थ्य परीक्षण करने के बाद बुजुर्ग को भर्ती कर लिया और एक यूनिट एबी पॉजिटिव ग्रुप का ब्लड चढ़ाने के लिए पर्चा लिख दिया।

परिजन ब्लड पाने के लिए छटपटा रहे थे कि उनकी मुलाकात सोशल एक्टिविस्ट अफसर मिर्जा से हो गई।  अफसर ने सारी बात सुनने के बाद साथी फैज अहमद को फोन कर ब्लड डोनेट करने को कहा। फैज रोजे से थे उन्होंने रोजा छोड़ा और अस्पताल पहुंचकर बुजुर्ग को ब्लड देकर अपना फर्ज निभाया।  

गौरतलब है कि फैज अहमद सुल्तानपुर शहर के खैराबाद मोहल्ले के निवासी हैं। वर्तमान में वो पूर्व मंत्री एवं बीजेपी नेता विनोद सिंह के शहर में स्थित माल में बने होटल के मैनेजर हैं।

बातचीत में फैज ने बताया कि ऐसा करके मैंने बुजुर्ग पर कोई एहसान नहीं किया है, असली धर्म तो यही है कि 'इंसान, इंसान के काम आ जाए। उन्होंने कहा कि रोजा तो हम फिर से रखकर खुदा की इबादत कर सकते हैं, लेकिन इस तरह की नेकी करके खुदा को खुश करने का मौका हर समय नहीं मिलता। 

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